fatness : आजकल लोग किसी बीमारी से नहीं बल्कि बढ़ते वजन से परेशान हैं। क्योंकि अक्सर पार्टी या बदलने माहौल के कारण खान-पान में लापरवाही हो जाती है, और वजन तेजी से बढ़ जाता है, जिसे कंट्रोल करने के लिए घंटों जिम में मशक्कत करनी पड़ती है, साथ ही खाने-पीने से भी परहेज करना पड़ता है तब महीनों की मेहनत के बाद बॉडी पर हल्का सा असर दिखता है। दरअसल, बढ़ता मोटाप लाइफस्टाइल से जुड़ी ऐसी परेशानी है जो कई बीमारियों जैसे ब्लड प्रेशर, शुगर, टाइप टू डायबिटीज, हार्ट अटैक जैसी बीमारियों को दस्तक देती है।
मोटापा बॉडी को बीमार बनाने के साथ-साथ पर्सनैलिटी को भी भद्दा बनाता है। मोटापा को कंट्रोल करने के लिए जिम के अलावा डाइट पर कंट्रोल भी करना पड़ता है। हालांकि, इन सब में आपको ध्यान रखना होगा कि, आप कुछ फूड्स का बिल्कुल भी सेवन न करें,
आलू के चिप्स
आलू के चिप्स जिसे खाना सभी को पसंद है। आलू के चिप्स का एक बड़ा पैकेट खाने से आपके शरीर में 30 से 40 ग्राम फैट में बढ़ोतरी होती है, ऐसे में आपके वजन कम करने के मिशन में रूकावट आ सकती है।
मिठाई बढ़ाती है वजन
जलेबी, रसगुल्ला, बर्फी, गुलाब जामुन जैसी मिठाइयां ज्यादा मात्रा में खाने से शरीर में कैलोरी की मात्रा बढ़ती है, और मिठाई के सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढ़ता है। मोटापा कम करने के दौरान इन मिठाईयों का सेवन मोटापा बढ़ा सकता है।
बेकरी उत्पाद
बेकरी उत्पाद जैसे बिस्कुट, नमकीन, सैंडविच, पेस्ट्री, पैटी शरीर के लिए बहुत हानिकारक होते हैं, इसलिए इनसे परहेज करने से आपको फायदा जरुर होगा।
बर्गर से परहेज
बर्गर खाने के शौकीन हैं तो थोड़ा सतर्क हो जाइए। बर्गर आपका वजन बढ़ा सकता है। अगर बर्गर ऑयली और खराब तरीके से बना है, तो यह नुकसानदायक स्नैक है। एक बर्गर में औसतन 295 कैलोरी होती है। फ्रेंच फ्राइज भी उतने ही हानिकारक होते हैं।
समोसा से बढ़ेगा वजन
भारतीयों की पहली पसंद में शामिल है समोसा। एक समोसा में औसतन 231 कैलोरी होती है। समोसा बाकी स्नैक्स की तुलना में अधिक फैट बढ़ाने का काम करता है।
कम करें चॉकलेट का सेवन
चॉकलेट का सेवन करने से बॉडी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, लेकिन ये वजन बढ़ाने में भी जिम्मेदार है। 100 ग्राम चॉकलेट में औसतन 546 कैलोरी होती है जो तेजी से वजन बढ़ाने में असरदार है।
स्ट्रीट फूड से करें परहेज
स्ट्रीट फूड खाने से भी कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। स्ट्रीट फूड बनाने में एक ही तेल का बार-बार इस्तेमाल किया जाता है, जो दिल के लिए हानिकारक होता है।