Holi Safety Tips: रंगों का त्योहार ‘होली’ देश भर में बहुत धूम-धाम और खास अंदाज में सेलिब्रेट किया जाता है इस साल यह त्योहार 25 मार्च को मनाया जाएगा। वैसे तो होली का ये त्योहार बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को बेहद पसंद है। लेकिन प्रेग्नेंट महिलाओं को होली के त्योहार पर थोड़ा खास ध्यान रखने की जरूरत होती है,
तो चलिए जानते हैं प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए ऐसे टिप्स एंड ट्रिक्स, जिसे फॉलो करके वे आसानी से इस त्योहार को एन्जॉय कर पाएंगी…
भीड़-भाड़ से बचें
प्रेग्नेंसी के दौरान अगर आप किसी होली सेलिब्रेशन में शामिल हो रही हैं तो कोशिश करें कि ज्यादा शोर और भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें। ऐसे में आप किसी सुरक्षित जगह पर ही बैठें।
न खेलें पानी से होली
प्रेग्नेंसी से दौरान महिलाओं को पानी की होली खेलने से बचना चाहिए। क्योंकि गीली होली में पानी का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है, ऐसे में फिसलने का खतरा ज्यादा रहता है और देर तक भीगे रहने से भी बुखार या वायरल भी हो सकता है।
हर्बल रंगों का इस्तेमाल
प्रेग्नेंसी के दौरान अगर आप सूखे रंगों से खेल रही हैं तो भी अपना ध्यान रखें। क्योंकि रंगों से आपको एलर्जी या स्किन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में आप हर्बल गुलाल का ही इस्तेमाल करें। इसके लिए आप बाजार के रंगों पर भरोसा न करें और घर पर ही नेचुरल चीजों से बनें कलर्स का इस्तेमाल करें।
पहले और तीसरे तिमाही में संभलकर खेलें होली
यदि आप प्रेग्नेंसी के दौरान होली खेलना चाहती हैं, तो पहली और तीसरी तिमाही में संभलकर ही होली खेलें। ऐसे में अपने शरीर को अधिक झटका देने से बचें। पहली तिमाही में अधिक भाग-दौड़ करने से मिसकेरेज का खतरा बढ़ सकता है।
बच्चे के लिए भी रंग है नुकसानदायक
यदि आपका बच्चा 6 महीने से छोटा है, तो उसे भी होली के कलर्स ना लगाएं, क्योंकि बच्चों की त्वचा बहुत नाजुक होती है। ऎसे में हानिकारक रंगों की बजाय शिशु की त्वचा पर आप लाल चंदन का टीका लगा सकते हैं।