बचपन में थी पियानों टीचर बनने की ख्वाहिश..किस्मत से बने साउथ के सुपरस्टार

Date:

साउथ सिनेमा का वो सुपरस्टार जिसने अपने दमदार एक्टिंग के दम पर देश और विदेश में अलग पहचान बनाई …जिसने बचपन में सोचा कि वो बड़ा होकर एक पियानो टीचर बनेगा..पर शायद किस्मत को कुछ और ही मंजूर था.. हम बात कर रहें हैं साउथ के हैडसम हंक पुष्पा यानि अल्लू अर्जुन की। अल्लू अर्जुन का एक्शन,फैशन, डांस, और स्क्रीन प्रेजेंस हमेशा ही लोगों के दिल के लुभाता रहा हैं आज उनके जन्मदिन के अवसर पर हम आपको बताएंगे उनके बारे में कुछ अनसुने किस्से-

8 अप्रैल, 1982 को अल्लू अर्जुन का जन्म चेन्नई में हुआ था. बचपन से ही उनका मन एक पियानो टीचर बनने का था बाद में उनको नासा में काम करने का मन हुआ औऱ फाइनली जब वो बड़ें हुए तो उन्होंने एनिमेशन में जाने का मन बना लिया
और उसकी पढ़ाई के बाद विज़ुअल इफेक्ट सुपरवाइज़र के तौर पर जॉब करने लगे।

लेकिन अल्लू एक ऐसी फैमिली से ताल्लुक रखते है कि उन्हें फिल्मों में आना ही पड़ा वहीं हैरानी की बात ये हैं कि जब उन्होंने कैमरा फेश करना शुरु किया तो वो उसे इंजॉय करने लगे। साल 2003 में उनके पिता के प्रोडक्शन तले बनी फिल्म ‘गंगोत्री’ से उन्होंने इंडस्ट्री में कदम रखा। लेकिन ये फिल्म कुछ खास कमाल न दिखा सकी।

अल्लू अर्जुन के करियर की पहली ब्लॉकबस्टर और बेमिसाल फिल्म रही ‘आर्या’ जिसने लोगों के बीच अल्लू को फैमस कर दिया और उनके स्टाइल के लोग दिवाने हो गए।

उनके करियर की ‘देसामुंदुरु’, ‘वरुडू’, ‘वेदम’, ‘येवडु’ और ‘रेस गुर्रम’ फिल्मों ने कमर्शियली बहुत जबरदस्त कमाई की। जिसके बाद अल्लू की इंडस्ट्री वैल्यू काफी बढ़ गई।

पिछले कुछ वर्षों का ग्राफ देखा जाए तो अल्लू अर्जुन ने एक के बाद एक ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं. जिसमें सन ऑफ सत्यमूर्ति से लेकर ‘DJ’ जैसी फिल्में शामिल हैं।

आपको बता दें कि अल्लू अर्जुन हिन्दी फिल्मों के दिवाने हैं और बचपन से ही हिन्दी फिल्मों में काम करना चाहते थे और जल्द ही उनके बॉलीवुड डेब्यू का भी अनुमान लगाया जा रहा है। वहीं अल्लू अर्जुन की पर्सनल लाइफ की बात करें तो 2011 में स्नेहा रेड्डी से उनकी शादी हुई थी। वहीं आज उनके दो बच्चे है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

चॉकलेट ड्रिप के साथ फल क्रीम केक

हर साल जैसे ही हमारा जन्मदिन कारीब आता है,...

सफलता की बाधाएं: महिला उद्यमियों के बारे में रोचक तथ्य

करीब पचास साल पहले अगर किसी ने महिला उद्यमी...

फलियों की कटाई के बजाय, एक दिन चॉकलेट का निर्माण प्रयोगशालाओं में बड़े पैमाने पर किया जा सकेगा

WWF की रिपोर्ट के अनुसार, कोको की फसल के कारण पश्चिम अफ्रीका, विशेषकर घाना और कोटे डी आइवर में हैरान-जनक वनों की कटाई हो रही है।