Jaya Varma Sinha-– आज के दौर में जहां महिलाएं हर कदम पर आगे बढ़ती दिखाई दे रही हैं। वहीं देश की एक और बेटी ने इतिहास में अपना नाम दर्ज कर लिया है। हम बात कर रहे हैं देश की पहली महिला चेयरमैन रेलवे बोर्ड (सीआरबी) जया वर्मा सिन्हा की।
संगमनगरी में जन्मी जया की स्कूली शिक्षा से लेकर स्नातक एवं परास्नातक तक की पढ़ाई यहीं से हुई है। उनके पिता वीबी वर्मा सीएजी ऑफिस में क्लास वन अफसर थे। इसी के साथ उनके बड़े भाई जयदीप वर्मा भी यूपी रोडवेज में क्लास वन अफसर रह चुके हैं। बचपन से अव्वल रही जय वर्मा इंडियन रेलवे मैनेजमेंट सर्विस की 1986 बैच की आईआरटीएस अफसर हैं। उनकी रेल सेवा 1988 में आरंभ हुई।
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बता दें कि जया सिन्हा एक अक्टूबर को सेवानिवृत्त होने वाली थी, लेकिन उनका कार्यकाल अब 31 अगस्त 2024 तक के लिए बढ़ा दिया गया है। वह अनिल कुमार लाहोटी की जगह लेने वाली हैं। जया उत्तर मध्य रेलवे के कानपुर में साल 1990 में बतौर एसीएम के पद पर कार्यरत रह चुकी हैं। हालांकि तब कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन उत्तर रेलवे के इलाहाबाद मंडल के अधीन था। हालांकि कानपुर स्टेशन अब भी प्रयागराज मंडल में ही है, लेकिन जोन उत्तर मध्य रेलवे हो गया है।
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कई महत्वपूर्ण पदों पर रही हैं कार्यरत
रेलवे के तमाम महत्वपूर्ण पदों पर काम करने वाली जया वर्मा ने चार वर्षों तक बांग्लादेश के ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग में रेलवे सलाहकार के रूप में भी काम किया था। बांग्लादेश में उनके कार्यकाल के समय कोलकाता से ढाका तक मैत्री एक्सप्रेस का उद्घाटन किया गया था। उन्होंने पूर्वी रेलवे, सियालदह डिवीजन में डीआरएम की पोस्ट पर काम किया। वह सीसीएम ईस्टर्न रेलवे भी रह चुकी हैं। इसके साथ ही, भारतीय रेलवे ने विजयवाड़ा डिवीजन में गुडुर- मनुबोलू रेलवे स्टेशनों के बीच एक नए रेल फ्लाईओवर यानी रेल ओवर रेल का निर्माण के साथ उसे बाद में चालू भी करवाया।
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