Tips to Strengthen Good Relationship With Sister-In-Law: जब हम परिवार में सास और बहू के बारे में बात करते हैं, तो कई सारी कहानियां हमारे सामने आ जाती हैं। ऐसा ही एक रिश्ता है ननद और भाभी का, ननद और भाभी का रिश्ता बेहद ही अनमोल होता है। यह रिश्ता अक्सर प्यार और दोस्ती से भरा होता है। लेकिन कई बार प्यार भरी नोक झोंक लंबी बहस और फिर मतभेद में बदल जाती है। इसके कारण दोनों में आपसी मनमुटाव की स्थिति बन जाती है। हालांकि, आप चाहें तो इसे सुधार भी सकती हैं। तो चलिए इस बारे में जानते हैं,
क्यों आती है खटास ?
ननद और भाभी की सोच में समानता न होने के कारण उनके बीच तनाव की स्थिति बन जाती है। आपके और आपकी भाभी के शब्दों को समझने के अलग-अलग तरीके हो सकते हैं। ऐसे में गलतफहमी होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। आसान शब्दों में कहें तो अक्सर ननद-भाभी के रिश्ते में दृष्टिकोण, व्यक्तित्व, जीवनशैली और सोचने के तरीके में अंतर होने के कारण मनमुटाव होता है।
ननद और भाभी के रिश्ते में कैसे लाएं सुधार ?
एक दूसरे की फीलिंग्स को समझे
एक दूसरे के प्रति हमदर्दी रखें। आपको अपनी भाभी के नज़रिये और भावनाओं पर विचार करना सीखे। आप दोनों को कठिन समय में एक-दूसरे का साथ देकर आगे बढ़ने और रिश्ते को मजबूत बनाने का प्रयास करना चाहिए।
अच्छी बॉन्डिंग है जरुरी
अच्छी बॉन्डिंग बातचीत और रिश्ते को संवारने की एक कुंजी होती है। आपको अपनी बातचीत में रिस्पेक्ट और आनेस्टी बने रहने पर ध्यान देना चाहिए। ग़लतफ़हमी को सुलझाने और एक-दूसरे को बेहतर ढंग से समझने के लिए शांति से बैठकर बातचीत करने की कोशिश करनी चाहिए।
पसंद की चीजों का रखें ख्याल
आप एक दूसरे के कुछ ऐसे शौक और एक्टिविटीज पर ध्यान दें जो आपकी ननद या भाभी को पसंद हो। ऐसे में आप कभी-कभी उन्हें सरप्राइज भी दे सकती हैं। इसके अलावा, आपसी संबंध बनाकर एक-दूसरे के कामों में मदद करनी चाहिए। जरूरी नहीं है कि हर बार रिश्ते सुधारने में सिर्फ भाभी ही मेहनत करें, ननद को भी बराबर का सपोर्ट और एफर्ट करने चाहिए।