ICSE Board Topper Motivational Story: आपने बहुत सारे युवाओं की सफलता की कहानियां पढ़ी और सुनी होंगी, जो कठिन परिस्थितियों में भी अपने लक्ष्य पर अडिग रहते हैं और आखिरकार सफलता हासिल कर ही लेते हैं। ऐसे ही आइयें जानते हैं अनामता अहमद की कहानी,
मुंबई की रहने वाली अनामता अहमद को लगभग दो साल पहले केबल को छूने से बिजली का झटका लगा और वह बुरी तरह जल गई।अलीगढ़ में अपने चचेरे भाइयों के साथ खेलते समय उनके साथ यह हादसा हुआ और तब वह केवल 13 साल की थी।
इसके बाद उसका दाहिना हाथ काटना पड़ा और बायां हाथ केवल 20 परसेंट ही काम करने लायक बचा था। वह लंबे समय तक बिस्तर पर पड़ी रहीं और बहुत बड़े ट्रॉमा से गुज़रीं। इतनी तकलीफ से गुजरने के बाद भी इस लड़की ने हार नहीं मानी और न ही अपने जज्बे को कम होने दिया। आइये जानते है उसकी पढ़िए सफलता की कहानी…
आखिरकार, वह ठीक हो गई और धीरे-धीरे अपनी बिखरी हुई लाइफ को समेटना शुरू कर दिया। वहीं, बीते सोमवार को जारी हुए ICSE बोर्ड के नतीजे ने सभी को हैरान कर दिया, उनके परिवार वालों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा, उसने अपनी क्लास 10 की परीक्षा में 92 परसेंट मार्क्स हासिल करके सभी को चौंका दिया।
जैसे ही CISCE के नतीजों की खबर आई मुंबई के अंधेरी में स्थित सिटी इंटरनेशनल स्कूल जश्न में डूब गया। अनामता हमेशा से ही एक टॉपर छात्रा रही है, लेकिन जिस दर्द से वह गुजरी, उससे कोई भी डिप्रेशन में जा सकता था। इतने दर्द के बावजूद यह उसकी पॉजिटिविटी ही थी जिसने उसे आगे बढ़ाया।
अनामता ने बताया, “डॉक्टरों ने मेरे पेरेंट्स को सुझाव दिया था कि मुझे पढ़ाई से एक या दो साल के लिए छुट्टी ले लेनी चाहिए, लेकिन मैं ऐसा करने को तैयार नहीं थी, क्योंकि मैं घर में नहीं बैठना चाहती थी। “
वहीं आगे कहती है, “मैं लेफ्ट हाथ को मैनेज करने में सक्षम थी, लेकिन मेरे टीचर्स ने जोर दिया कि परीक्षा के दौरान मुझे एक राइटर रखना चाहिए और स्पीड से कोई कोम्प्रोमाईज़ नहीं करना चाहिए और तभी मुझे एक राइटर रखना पड़ा।”