अगर आपका बच्चा भी पढ़ने से कतराता है ? तो इसे न करें नजरअंदाज।

अगर आपके बच्चे का मन पढ़ाई में नहीं लगता है, या फिर परीक्षा में अच्छे अंक नहीं आते हैं। या फिर यूँ कहें कि पढ़ाई से ध्यान भटकता है या फिर दिन रात पढ़ाई करने के बाद भी परीक्षा परिणाम अच्छा नहीं आता है तो समझ जाएं कि बच्चे की एकाग्रता में कमी है।
तो आज हम आपको कुछ ऐसे आसान उपाय बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपना कर आपके बच्चे पढ़ाई में एकाग्रता को बढ़ा सकते हैं
कॉपी-क़िताबों में रखें मोर पंख

मोर पंख श्री कृष्ण के साथ-साथ देवी सरस्वती को भी अति प्रिय होता है। ऐसा माना जाता है कि अगर बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता है तो स्टडी रूम की दीवार पर एक मोर पंख जरूर लगाएं। ऐसा करने पर बच्चे का पढ़ाई की ओर रुझान बढ़ेगा।
वास्तु टिप्स

बच्चों की स्टडी टेबल पर पृथ्वी का मानचित्र या फिर ग्लोब जरूर रखना चाहिए। क्योँकि पढाई करते समय ध्यान भटकने पर यदि बच्चा ग्लोब को एक मिनट के लिए ध्यान से देखता है, तो उसमें एकाग्रता बढ़ती है और वह मन से पढ़ाई करने लगता है।
घर का माहौल ठीक रखें

बच्चे के सामने परिवार के सदस्यों का आपस में लड़ना, उनके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है। घर का माहौल ठीक न होने से भी बच्चे का पढ़ाई में मन न लगने का कारण बन सकता है। इसलिए बच्चे के सामने घर का माहौल अच्छा बनाकर रखे। और उनके सामने झगड़ा न करें।
कमरे का सही रंग

बच्चों के स्टडी रूम में हमेशा हल्के रंग का पेन्ट करवाना चाहिए। हल्का पीला, हल्का गुलाबी, हल्का हरा या सफ़ेद रंग होने से उनका पढ़ाई में तो मन लगेगा ही, साथ ही साथ उसे लक्ष्य की ओर ध्यान केंद्रित करने में भी मदद मिलेगी। इसके साथ ही कमरे की पूर्व दिशा में एक उगते हुए सूर्य का चित्र लगाएं। ऐसा करने पर बच्चे का मन पढ़ाई में पहले से अधिक लगेगा और उसके अंक भी अच्छे आएंगे।
नींद न पूरी होना

अगर किसी वजह से आपके बच्चे की नींद पूरी नहीं हो पा रही है तो भी उसका मन पढाई से हट सकता है। ऐसे बच्चों को अक्सर पढाई के समय नींद आती रहती है। जबकि बच्चो को नींद पूरी होने पर वे एकाग्रता से पढ़ाई में मन लगा सकते है।