टीवी इतिहास के सबसे प्रतिष्ठित शोज़ में से एक ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ एक बार फिर दर्शकों के दिलों में जगह बनाने लौट आया है। 29 जुलाई 2025 को इस सीरियल के री-टेलीकास्ट का पहला एपिसोड जैसे ही ऑनएयर हुआ, सोशल मीडिया पर इसकी चर्चा तेज़ हो गई। यह शो एक बार फिर दर्शकों को 2000 के दशक की उस दुनिया में ले गया जहाँ पारिवारिक मूल्य, परंपराएं और भावनात्मक रिश्तों की गहराई प्रमुखता से दिखाई जाती थी।
पहले एपिसोड में तुलसी और मिहिर के किरदारों ने एक बार फिर दर्शकों को वही पुराना अपनापन और मधुरता महसूस कराई। स्मृति ईरानी और अमर उपाध्याय की केमिस्ट्री आज भी वैसी ही प्रभावशाली लगी, जैसी वर्षों पहले थी। दर्शकों ने सोशल मीडिया पर कमेंट करते हुए लिखा कि शो के संवाद, कैमरा वर्क और पारिवारिक सेटअप आज भी उतना ही रिलेटेबल लगता है।
इस बार सीरियल के री-एयरिंग को एक नए डिजिटल एंगल के साथ प्रस्तुत किया गया है। ज़ी5 और स्टार प्लस के पुराने दर्शकों के साथ-साथ अब नई पीढ़ी के लोग भी इसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर देख रहे हैं। यह शो न केवल एक टेलीविज़न शो है, बल्कि कई लोगों की यादों का हिस्सा बन चुका है।
पहले एपिसोड ने फिर साबित कर दिया कि क्लासिक शोज़ कभी बूढ़े नहीं होते। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे इंस्टाग्राम और ट्विटर पर लोगों ने ‘तुलसी वापस आ गई’ और ‘मिहिर की वापसी’ जैसे ट्रेंड्स चलाए। फैंस ने शो से जुड़े अपने पुराने अनुभव साझा किए, और बहुतों ने यह भी बताया कि उन्होंने अपने परिवार के साथ फिर से इसे देखने की योजना बनाई है।
टेलीविजन इंडस्ट्री में जब कंटेंट में तेजी से बदलाव आ रहा है, ऐसे में ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ जैसा शो पुराने मूल्यों और रिश्तों की अहमियत को दोबारा सामने ला रहा है। यह नॉस्टेल्जिया और भावनात्मक जुड़ाव की वो डोर है जो आज भी लोगों के दिलों में बसी हुई है।
शो की वापसी पर प्रोड्यूसर एकता कपूर ने भी इमोशनल पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि “यह शो मेरे लिए सिर्फ एक स्क्रिप्ट नहीं, बल्कि एक परिवार था जिसे मैंने जिया।” दर्शकों का प्यार और समर्थन यह साबित करता है कि अच्छी कहानियां समय से परे होती हैं।
‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ की यह वापसी न सिर्फ एक शो की वापसी है, बल्कि उस दौर की वापसी है जहाँ रिश्ते सरल और दिल से जुड़े होते थे। यह शो आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना तब था, और यह भावुक यात्रा अब फिर से शुरू हो चुकी है।
यदि आप भी टेलीविजन के उस सुनहरे दौर की झलक पाना चाहते हैं, तो यह शो जरूर देखें। यह सिर्फ ड्रामा नहीं, एक भावना है वो भावना जो हर भारतीय परिवार ने कभी न कभी महसूस की है।