UPSC की परीक्षा पास करना कोई आसान काम नहीं है, इसे क्लियर करने के लिए दिन रात एक करने पड़ते हैं। वहीं अगर UPSC की तैयारी कोई शादीशुदा महिला कर रही है तो उसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। आज हम जानेंगे ‘काजल जावला’ की सफलता की दास्तां या ऐसी ही एक पत्नी की कहानी है, जिसके पति ने घर का सारा काम करते हुए उसका साथ दिया तो वह 28 रैंक पाकर यूपीएससी परीक्षा क्रैक करके आईएएस बन गई। आइए जानते हैं इनके बारे में,
मन में कुछ हासिल करने का जुनून और पति का साथ मिले तो शादी के बाद भी लड़कियां कमाल कर जाती हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया मेरठ की रहने वाली काजल ज्वाला ने। उन्होंने अपने सपने को शादी के बाद भी नहीं त्यागा और कड़ी मेहनत से इसे पूरा किया। वहीं इस सफर में उनके पति ने भी बहुत सहयोग किया।
एक लड़की, जिसको कभी ये भी नहीं पता था कि सिविल सर्विस का एग्जाम होता क्या है? कैसे देते हैं इसकी परीक्षा, इसकी तैयारी कैसे की जाती है ! लेकिन एक दिन पिता ने उससे कहा, बेटा तुम्हारे अंदर अफसर बनने की काबिलियत है। बस इसी बात पर बेटी ने अफसर बनने की पूरी तैयारी स्टार्ट कर दी। एक दो नहीं बल्कि कई बार लड़की ने प्रयास किया लेकिन यूपीएससी में सफलता नहीं मिली।
इस बीच, घरवालों ने शादी भी फिक्स कर दी। कहते हैं, शादी के बाद लड़की की कई जिम्मेदारी बढ़ जाती हैं। लेकिन महिला की किस्मत में ससुराल की सभी जिम्मेदारियों के साथ अफसर बनने का मौका भगवान ने पहले लिख दिया था। पत्नी के अफसर बनने के ख्वाब को पूरा करने के लिए पति ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। जिद, जुनून और किस्मत तो देखिए वो महिला आखिरकार अफसर बन ही गई।
चार अटैम्प्ट में हुई फेल, पति ने बढ़ाया हौसला
काजल चार अटेंप्ट में भी यूपीएससी पास नहीं कर पाई। वो कहती हैं कि मैंने नौकरी के साथ वक्त निकालकर लगातार तैयारी की, लेकिन चारों बार में सफलता नहीं मिली। जब इसका मूल्यांकन किया गया तो समझ में आया कि इसके पीछे मेरी ही तैयारी में कमी है। साथ ही पति ने भी मेरा हौसला बढ़ाया और कहा कि तुम कर सकती हो।
एक इंटरव्यू में काजल कहती हैं शादी मेरे लिए कभी परेशानी नहीं बनीं। मेरे पति बहुत सपोर्टिव हैं। वो घर का सारा काम करते थे। खाना पकाने से लेकर झाड़ू-पोछा तक सब करते थे। मुझे कभी घर के कामों में पड़ने नहीं दिया। उनका कहना था तुम सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान दो। मैं उनके हाथ का बना खाना खाती और पढ़ती थी बस।