हिंदू धर्म में पत्नी को पति का आधा अंग माना जाता है। इसलिए इन्हें अर्धांगिनी कहा जाता है। कहते हैं पत्नी के भाग्य का पति के भाग्य पर बहुत असर पड़ता है। यही कारण है कि शादी के बाद हर पुरुष के जीवन में बदलाव आता है। मान्यता तो यह भी है कि पतिव्रता पत्नी चाहे तो पति की बिगड़ी किस्मत को एक पल में बदल सकती है।

ऐसे में अगर किसी व्यक्ति का भाग्य साथ नहीं दे रहा है लाख कोशिशों के बाद भी सफलता नहीं मिल रही। तो ज्योतिष में कुछ उपाय ऐसे हैं, जिन्हें अगर पत्नी रोजाना करती है तो कुछ ही दिनों में पुरुष का भाग्य चमकने लगता है। तो आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में।

शास्त्रों में स्त्रियों को लक्ष्मी का दर्जा दिया गया है। कहते हैं जिस घर की स्त्री नियमित रूप से रोजाना पूजा-पाठ करती हैं तो उसका फल उसके पति को मिलता है और उसका बिगड़ा काम भी बनना शुरू हो जाता है।

इसी के साथ पति की तरक्की के लिए पत्नियों को रोजाना स्नान करके बिना कुछ खाए तुलसी की पूजा करनी चाहिए। और जल चढ़ाकर फूल व चावल अर्पित करके पति की परेशानियों को दूर करने के लिए प्रार्थना करनी चाहिए। शाम के समय तुलसी के नीचे सरसों या देसी घी का दीपक अवश्य जलाना चाहिए। इससे घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है। और पति का भाग्य उदय होता है।

पत्नियों को रोजाना माता गौरी यानी मां पार्वती की पूजा करके उन्हें सिंदूर चढ़ाना चाहिए। जो महिलाएं निश्चित तौर पर मां गौरी की पूजा करती है और उन्हें सिंदूर चढ़ाती है वे सदा सुहागन रहती है और सभी प्रकार की मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। मान्यताओं के अनुसार हर सुहागिन महिला के लिए गौरी पूजन का विशेष महत्व होता है। रोजाना मां पार्वती की पूजा करने से पति की सोई किस्मत जाग जाती है और व्यापार में अपार धन लाभ होने लगता है।

इसके अलावा , घर की महिलाओं को बिना स्नान किए रसोई घर में नहीं जाना चाहिए। इससे पति के जीवन में दुर्भाग्य छाने लगता है। साथ ही महिलाएं रोजाना तांबे के लोटे में जल भरकर पूरे घर में इसका छिड़काव करें। इससे किसी तरह की नकारात्मक शक्ति का वास नहीं होता है। जिससे परिवार में सुख-संपन्नता बढ़ती है।