
नब्बे के दशक में अपनी सुरीली आवाज से सभी को दीवाना बना देने वाली सिंगर अलका याग्निक इन दिनों एक रेयर डिजीज से जूझ रही हैं। अलका याग्निक को अचानक हियरिंग लॉस हुआ है। सोशल मीडिया पर शेयर जानकारी के मुताबित अलका याग्निक फ्लाइट से निकली और अचानक उन्हें सुनाई देना बंद हो गया।

डॉक्टर्स ने इसे एक रेयर सेंसरी नर्व हियरिंग लॉस डायग्नोज किया है, जो एक वायरल अटैक के कारण हुआ है। आइये जानते हैं क्या है ये बीमारी, किसे इसका खतरा ज्यादा रहता है और क्या एक बार हियरिंग लॉस होने के बाद इंसान दोबारा सुन सकता है? इस बीच यह सवाल उठता है कि अलका के सुनने की क्षमता फिर से पूरी तरह वापिस आ सकती या नहीं।
इलाज है संभव

भारत में कॉक्लियर इम्पलांट के डॉक्टर्स का कहना है कि अलका याग्निक अब भी सुन सकती हैं। उन्होंने कहा कि अभी भी उम्मीद की किरण बाकी है। डॉ जेएम हंस ने कहा कि आमतौर पर लोग यह मान बैठते हैं कि एक बार यदि सुनने की क्षमता चली गयी तो फिर कभी ठीक नहीं हो सकता है , लेकिन ऐसा नहीं है।
क्यों होता है सेंसरी न्यूरल हियरिंग लॉस

अकसर इस तरह की समस्या 60 से 70 साल की उम्र में आती है , लेकिन कुछ मामलों में किसी बीमारी या फिर अटैक के कारण सुनने की क्षमता कम हो सकती है। न्यूरोसर्जरी विभाग के डॉ शरत चन्द्र ने बताया कि कान के इंटर्नल पार्ट में यह समस्या होती है। कान के माध्यम से ध्वनि को ले जाने वाली छोटी बाल कोशिकाएं क्षति या बीमारी के कारण ठीक से काम नहीं करती हैं।
कितना खतरनाक है यह

डॉक्टर्स का कहना है कि कभी कभी यह हियरिंग लॉस परमानेंट भी हो सकता है। कुछ मामलों में थोड़ा हियरिंग लॉस होता है जो धीरे धीरे पूरी तरह सुन्न कर देता है। ऐसे में मरीज कुछ भी नहीं सुन पाता है। उन्होंने कहा कि एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में 1.5 अरब लोग इस बीमारी से ग्रसित है।
अलका याग्निक ने इंस्टाग्राम पर शेयर कर अपने पोस्ट में फैंस से अपील की है कि वो कम से कम हेडफोन का इस्तेमाल करें और तेज म्यूजिक से दूरी बनाकर रखें। ये दोनों कारण भी हियरिंग लॉस की बड़ी वजह हो सकती हैं। और अगर आप भी हेडफोन का इस्तेमाल करते हैं तो सावधान हो जाएं!