Women’s Day: ”कई बड़े-बड़े लेखकों की कलम रुक जाती है जब वे माँ के बारे में कुछ भी लिखने की कोशिश करते हैं, क्योंकि ‘माँ’ एक शब्द या इंसान नहीं है बल्कि यह एक ऐसी भावना है जिसकी व्याख्या करना बहुत ही मुश्किल है। हम सबको बचपन से ही माँ के प्यार-दुलार और स्नेह की जरुरत होती है। और माँ के इस अटूट प्रेम की वजह से हमारे अंदर आत्मविश्वास आता है जिससे हम कुछ भी कर सकते है।”
पूरी दुनिया 8 मार्च को यानी आज इंटरनेशनल वूमेंस डे सेलिब्रेट कर रही है। ऐसे में एक फर्ज तो बनता है कि हम खुद से जुड़ी हर महिला को बधाई और शुभकानाएं दें। अगर आप भी इस इंटरनेशनल वूमेंस डे पर अपनी मां को खास महसूस करवाना चाहते हैं तो इस तरह उन्हें महिला दिवस की शुभकामनाएं भेज सकते हैं।
”बेटी बहु कभी माँ बनकर
सबके ही सुख दुःख को सहकर
अपने सब फर्ज निभाती है
तभी तो माँ कहलाती है !”
माँ एक ऐसा शब्द है, जिसमें पूरा ब्रह्मांड समाया हुआ है।
इंसान, चाहे सुख में हो या दुःख में, व्यक्ति जिन्हें सबसे पहले याद करता है, वह माँ होती हैं। माँ से ही मानव की उत्पत्ति होती है और माँ ही समाज को सभ्य बनाती है। माँ के बिना जिंदगी ऐसे हैं मानो जैसे ”बिना हरियाली का वातावरण”।