दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने न केवल राजनीति में अपना नाम बनाया, बल्कि अपने संघर्ष और मेहनत से लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनीं। उनका राजनीतिक सफर कई चुनौतियों से भरा रहा, लेकिन उनकी दृढ़ता और आत्मविश्वास ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँ
रेखा गुप्ता का प्रारंभिक जीवन
रेखा गुप्ता का जन्म दिल्ली के एक साधारण परिवार में हुआ। बचपन से ही उन्होंने कठिन परिस्थितियों का सामना किया। शिक्षा के प्रति उनका समर्पण इतना गहरा था कि आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त की।
• शिक्षा: दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातक।
• कॉलेज जीवन: छात्र संघ की सक्रिय सदस्य और कई सामाजिक अभियानों का हिस्सा।
राजनीतिक करियर की शुरुआत
रेखा गुप्ता का राजनीति में कदम रखना एक संयोग नहीं, बल्कि समाज सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का परिणाम था।
• 2005 में स्थानीय निकाय चुनावों में पहली बार भाग लिया।
• महिला सशक्तिकरण अभियानों में अहम भूमिका निभाई।
• युवाओं और महिलाओं के अधिकारों के लिए लगातार आवाज उठाई।
संघर्ष की कहानियाँ
रेखा गुप्ता का राजनीतिक सफर आसान नहीं रहा। कई बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
• चुनावी हार के बावजूद जनता के बीच बनी रहीं।
• भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने पर धमकियों का सामना किया।
• महिला सशक्तिकरण और शिक्षा के लिए कई योजनाएं शुरू कीं।
दिल्ली की मुख्यमंत्री बनना
2025 के चुनावों में रेखा गुप्ता ने भारी मतों से जीत दर्ज की और दिल्ली की मुख्यमंत्री बनीं।
• प्रमुख घोषणाएं:
o महिला सुरक्षा के लिए विशेष योजनाएं
o शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार
o पर्यावरण संरक्षण के लिए ग्रीन इनिशिएटिव्स
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