भारतीय व्यंजन की खासियत उसकी विविधता है। हर राज्य की अपनी अलग रेसिपी और अपनी पारंपरिक मिठास है। ओडिशा की रसोई में भी कई ऐसी रेसिपी हैं जो खास मौकों पर बनती हैं। इन्हीं में से एक है ‘खीरा गैन्था’। यह रेसिपी खासतौर से उपवास के समय बनाई जाती है और शरीर को ताजगी व एनर्जी देने के साथ स्वाद भी भरपूर देती है।
क्यों खास है ‘खीरा गैन्था’
- यह ओडिशा की पारंपरिक मीठी डिश है।
- उपवास में यह हल्की, पौष्टिक और मीठे स्वाद से भरपूर होती है।
- इसमें चावल, दूध और सूखे मेवे होते हैं जो लंबे समय तक एनर्जी बनाए रखते हैं।
- केसर और इलायची का स्वाद इसे और खास बना देता है।
रेसिपी स्टेप-बाय-स्टेप
चावल के गोले तैयार करना
सबसे पहले 2 कप पानी में 1/4 चम्मच नमक, 2 चम्मच चीनी और 1 चम्मच घी डालकर उबालें। जब पानी उबलने लगे, धीरे-धीरे 1 कप चावल का आटा (या उपवास के लिए सामा चावल का पाउडर) डालते हुए लगातार चलाते रहें। आटा डालते समय ध्यान रखें कि गांठ न पड़े।
गाढ़ा मिश्रण तैयार होने के बाद इसे गैस से उतारकर ठंडा होने दें। ठंडा होते ही इसे हाथ से गूंथकर एकसार कर लें। अब छोटे-छोटे गोले बना लें।
गोले उबालना
एक अलग बर्तन में पानी उबालें। जब पानी उबल जाए तो तैयार किए गए चावल के गोले उसमें डालें और 3-4 मिनट तक पकाएं। गोले पानी के ऊपर तैरने लगेंगे, इसका मतलब है वे पक गए हैं। अब इन्हें छानकर अलग रख लें।
खीर तैयार करना
½ लीटर दूध को उबालें। उबाल आने पर 4 बड़े चम्मच चीनी, 2 चम्मच इलायची पाउडर और 3-4 केसर के धागे डालकर धीमी आंच पर पकने दें। दूध हल्का गाढ़ा हो जाए तो उसमें उबले हुए चावल के गोले डालें और 3-4 मिनट पकने दें।
ब्लूबेरी पल्प से ट्विस्ट
अब गैस बंद करने से पहले ½ कप ब्लूबेरी पल्प डालकर अच्छे से मिला लें। यह पारंपरिक ‘खीरा गैन्था’ में आधुनिक फ्लेवर जोड़ देता है।
सजावट
ठंडा होने पर तैयार ‘खीरा गैन्था’ को बाउल में डालें। ऊपर से बादाम, काजू और पिस्ता काटकर सजाएं।
परोसने का तरीका
इसे ठंडा या हल्का गरम दोनों तरह से परोसा जा सकता है। यह व्रत के दौरान एनर्जी देने के साथ हल्के मीठे स्वाद का आनंद भी देती है।
ओडिशा के लोग पारंपरिक व्यंजन को संजोकर रखते हैं। उपवास के समय बनने वाली ‘खीरा गैन्था’ सिर्फ एक मिठाई नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक प्रतीक भी है। यह व्यंजन दर्शाता है कि कैसे पारंपरिक रेसिपी को आधुनिक अंदाज (जैसे ब्लूबेरी पल्प) के साथ भी पेश किया जा सकता है। दूध और चावल का मेल शरीर को कार्बोहाइड्रेट व प्रोटीन देता है, जबकि सूखे मेवे और केसर एनर्जी व एंटीऑक्सिडेंट्स का बेहतरीन स्रोत हैं।

By Raksha