International Women’s Day 2025: भारत के इतिहास में कई महान महिलाएँ हुई हैं, जिनका योगदान अद्वितीय रहा है। लेकिन कुछ ऐसी महिलाएँ भी हैं, जिनके योगदान को अपेक्षित मान्यता नहीं मिली। अन्नपूर्णा महाराणा ऐसी ही एक अल्पज्ञात स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक थीं, जिन्होंने भारत की आज़ादी के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
अन्नपूर्णा महाराणा
अन्नपूर्णा महाराणा ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया। उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन (1942) के दौरान कई आंदोलनों का नेतृत्व किया और ब्रिटिश शासन के खिलाफ आवाज़ उठाई। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम और समाज सुधार दोनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन उन्हें वह पहचान नहीं मिली, जिसकी वे हकदार थीं।
दुर्गाबाई देशमुख
एक प्रसिद्ध समाज सुधारक और स्वतंत्रता सेनानी, दुर्गाबाई देशमुख ने महिलाओं की शिक्षा और अधिकारों के लिए कई प्रयास किए। उन्होंने आंध्र महिला सभा की स्थापना की और भारत के संविधान निर्माण में भी योगदान दिया।
रानी गाइदिनल्यू
नागालैंड की स्वतंत्रता सेनानी रानी गाइदिनल्यू ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष किया और नागा समाज के उत्थान के लिए कार्य किया। उन्हें जवाहरलाल नेहरू ने ‘रानी’ की उपाधि दी थी।
उषा मेहता
भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान गुप्त रेडियो स्टेशन संचालित करने वाली उषा मेहता ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ सूचना संचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ये वो महिला है जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम और समाज सुधार दोनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन उन्हें वह पहचान नहीं मिली, जिसकी वे हकदार थीं। आज अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के खास मौके पर हम इन्हें शत शत नमन।