आज के समय में पर्यावरणीय संकट एक गंभीर समस्या बन चुका है। प्रदूषण, कचरा, और प्राकृतिक संसाधनों की अत्यधिक खपत हमारे ग्रह के लिए खतरे की घंटी है। इस समस्या का समाधान तभी संभव है जब हम अपनी जीवनशैली को अधिक सस्टेनेबल और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार बनाएं। इस दिशा में “जीरो वेस्ट” जीवनशैली को अपनाने की आवश्यकता अधिक महसूस हो रही है।
भारत में इस आंदोलन को जनक पलटा जैसे कुछ प्रेरणादायक व्यक्तियों ने आगे बढ़ाया है। जनक पलटा न केवल पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्य कर रही हैं, बल्कि उन्होंने अपने जीवन में जीरो वेस्ट की आदतों को अपनाकर समाज को भी इसके महत्व के बारे में जागरूक किया है। उनकी कोशिशें हमें यह सिखाती हैं कि किस तरह से हम छोटे कदम उठाकर अपने जीवन को अधिक सस्टेनेबल बना सकते हैं और कचरे को कम कर सकते हैं। उनकी जीवनशैली और कार्यशैली ने न केवल भारत बल्कि दुनियाभर में लोगों को जीरो वेस्ट लाइफ जीने के लिए प्रेरित किया है।

जीरो वेस्ट जीवनशैली क्या है?
जीरो वेस्ट जीवनशैली का मतलब है कि हम अपने रोजमर्रा के जीवन में उन चीजों को अपनाएं, जो पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाएं और किसी भी प्रकार का कचरा उत्पन्न न हो। इसका उद्देश्य है – हर वस्तु का पुनः उपयोग, पुनः चक्रण और पुनः उपयोग के तरीके ढूंढना, ताकि किसी भी प्रकार का कचरा (विशेष रूप से प्लास्टिक) न उत्पन्न हो। जनक पलटा इस विचारधारा को अपनाते हुए अपनी जिंदगी जी रही हैं और दूसरों को भी इसे अपनाने के लिए प्रेरित कर रही हैं।
जनक पलटा का योगदान:
स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण में योगदान: जनक पलटा ने जीरो वेस्ट जीवनशैली को अपनाने के बाद कई जागरूकता कार्यक्रमों में भाग लिया और सार्वजनिक मंचों पर इस विषय पर बात की। उनका मानना है कि हर व्यक्ति को अपने कचरे को कम करने का प्रयास करना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने घर से लेकर बड़े स्तर पर, जैसे स्कूल, कॉलेज, और दफ्तरों में जीरो वेस्ट पॉलिसी को लागू करने के लिए कई कार्यशालाएं आयोजित की हैं।
पुनः उपयोग और पुनर्चक्रण: जनक पलटा का यह मानना है कि यदि हम प्रत्येक वस्तु का पुनः उपयोग करें तो हम कचरे को कम कर सकते हैं। उन्होंने पुराने कपड़ों, बर्तन, और अन्य घरेलू वस्तुओं का पुनः उपयोग करके न केवल कचरे को घटाया बल्कि उदाहरण प्रस्तुत किया कि कैसे कम संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए हम ज्यादा प्रभावी जीवन जी सकते हैं।
स्थायी जीवनशैली: जनक पलटा ने उन साधारण उपायों को साझा किया है जिन्हें अपनाकर कोई भी व्यक्ति अपने जीवन को सस्टेनेबल बना सकता है। उन्होंने अपने घर में सभी एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक उत्पादों का त्याग किया और सस्ते व स्थायी विकल्पों की तलाश की।
कैसे अपनाएं जीरो वेस्ट लाइफ?
एकल-उपयोग प्लास्टिक का त्याग करें: जीरो वेस्ट लाइफ का पहला कदम है, प्लास्टिक की वस्तुओं से छुटकारा पाना। यह बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि प्लास्टिक का कचरा पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचाता है।
स्मार्ट शॉपिंग करें: जब भी खरीदारी करें, तो वस्तु की पैकिंग और उसकी उपयोगिता का ध्यान रखें। जहां तक संभव हो, बिना पैकिंग वाली वस्तुएं खरीदें।
कम खर्च और ज्यादा उपयोग: किसी वस्तु को खरीदने से पहले उसका मूल्यांकन करें कि क्या वह लंबे समय तक उपयोगी रहेगी और क्या उसकी जरुरत है।