मानसून का मौसम जहां एक ओर सुकून लेकर आता है, वहीं दूसरी ओर बीमारियों और संक्रमणों का खतरा भी बढ़ा देता है। इस दौरान खानपान पर खास ध्यान देना जरूरी होता है, ताकि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे और आप ऊर्जावान महसूस करें। मौसम के अनुसार मिलने वाली ताज़ा और स्थानीय सब्जियाँ आपके शरीर को नमी, पोषण और सुरक्षा प्रदान कर सकती हैं।
आज हम बात कर रहे हैं 5 ऐसी सब्जियों की, जो मानसून के दौरान आपके भोजन का हिस्सा बननी चाहिए – लौकी, करेला, परवल, टिंडा और सहजन। आइए जानते हैं इनका सेवन कैसे आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है।
- लौकी — मानसून में हाइड्रेशन और पाचन का राजा

लौकी, जिसे घिया या दूधी भी कहा जाता है, मानसून की सबसे ज़रूरी सब्जी मानी जाती है। इसमें पानी की मात्रा अधिक होती है, जिससे शरीर हाइड्रेट रहता है। इसके अलावा, इसमें विटामिन-बी, सी, पोटैशियम और फास्फोरस जैसे तत्व होते हैं।
लाभ:
- पाचन में सुधार
- शरीर को ठंडक देना
- डिटॉक्सिफिकेशन में सहायक
- फेफड़ों और लिवर के लिए लाभकारी
कैसे करें उपयोग:
लौकी की सब्ज़ी, रायता, लौकी-दाल, जूस या लौकी का हलवा बनाकर सेवन करें। ध्यान रखें कि बहुत अधिक मात्रा में बिना डॉक्टर की सलाह के सेवन न करें, विशेषकर यदि कोई मेडिकल कंडीशन हो।
- करेला — कड़वा जरूर है, पर सेहत से भरपूर

करेला, जिसे आयुर्वेद में औषधीय गुणों वाला माना गया है, मानसून में शरीर की रक्षा करने वाला सुपरफूड है। यह पाचन तंत्र को मज़बूत करता है, इम्यूनिटी बढ़ाता है और स्किन हेल्थ को सुधारता है।
लाभ:
- ब्लड शुगर नियंत्रित करना
- वज़न कम करना
- लीवर की सफाई
- फाइबर से भरपूर – कब्ज में राहत
कैसे करें उपयोग:
करेले की सब्जी, भरवा करेला, या करेला का जूस पी सकते हैं। स्वाद में थोड़ा कड़वा जरूर है, पर लाभ लंबे समय तक साथ देता है।
- परवल (पलवल) — मानसून में डाइजेशन और एनर्जी के लिए बेहतरीन

परवल, जिसे कई जगह “पलवल” भी कहा जाता है, बारिश के मौसम में पाचन तंत्र की रक्षा करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर, पोटैशियम और विटामिन्स होते हैं।
लाभ:
- कब्ज और अपच में राहत
- शरीर को हाइड्रेटेड रखना
- हृदय स्वास्थ्य को सुधारना
- स्किन हेल्थ बूस्टर
कैसे करें उपयोग:
परवल की सूखी सब्जी, आलू-परवल की सब्जी या भरवां परवल बनाकर खा सकते हैं। हल्के मसालों के साथ इसका सेवन मानसून में विशेष रूप से लाभदायक होता है।
- टिंडा — मानसून की ठंडी सब्जी, फाइबर और ताजगी से भरपूर

टिंडा, जिसे “भारतीय बेबी कद्दू” या “सेब लौकी” भी कहा जाता है, मानसून में सबसे ज़्यादा खाई जाने वाली सब्जियों में से एक है। इसकी ठंडी तासीर और हाई फाइबर कंटेंट इसे पाचन के लिए आदर्श बनाता है।
लाभ:
- वजन को नियंत्रित करना
- एंटी-ऑक्सीडेंट से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना
- हाइड्रेशन बनाए रखना
- स्किन हेल्थ के लिए विटामिन-ई
कैसे करें उपयोग:
टिंडे की सब्जी, टिंडा सूप या टिंडे का स्टफ्ड वर्जन ट्राय किया जा सकता है। अधिक मात्रा से बचें क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है।
- सहजन — पोषण और सुरक्षा का पावरहाउस
सहजन, जिसे ड्रमस्टिक भी कहा जाता है, को सबसे अधिक पौष्टिक सब्जियों में गिना जाता है। इसमें विटामिन-सी, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, जिंक और विटामिन-ए जैसे तत्व मौजूद होते हैं।

लाभ:
- वायरल इंफेक्शन से बचाव
- कब्ज और अपच में राहत
- डायबिटीज कंट्रोल
- त्वचा और बालों के लिए लाभकारी
- सूजन और जोड़ों के दर्द में आराम
कैसे करें उपयोग:
सहजन की सब्जी (आलू या चने के साथ), सहजन का सूप या दक्षिण भारतीय व्यंजन सांभर में इसका उपयोग करें। अच्छी तरह धोकर इस्तेमाल करें और अधिक मात्रा से बचें।
मानसून डाइट में सब्जियों की भूमिका
मानसून में जब बाहर का खाना संक्रमण का खतरा बढ़ा देता है, तब घर की बनी हुई सीजनल सब्जियाँ न सिर्फ शरीर को पोषण देती हैं, बल्कि मौसम से जुड़ी बीमारियों से भी बचाती हैं। ये सब्जियाँ शरीर को अंदर से साफ़, मजबूत और ऊर्जावान बनाती हैं।
मानसून की थाली को बनाएं सेहत से भरपूर
लौकी, करेला, परवल, टिंडा और सहजन— ये सब्जियाँ सिर्फ स्वाद नहीं, बल्कि एक सम्पूर्ण हेल्थ पैकेज हैं। इन्हें अपनी मानसून डाइट में शामिल कर आप खुद को मौसमी रोगों से बचा सकते हैं और अपनी इम्यूनिटी को एक प्राकृतिक बढ़ावा दे सकते हैं। याद रखें, मौसम के अनुसार खाएं, ताज़ा खाएं और संतुलित खाएं।