खाना बनाना महिलाओं का सबसे फेवरेट काम होता है। वो अपने परिवार के लिए अपने बच्चों के लिए अच्छे अच्छे पकवान बनाती है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कोई महिला अपने इसी शौक को व्यवसाय के रुप में शुरु करे और उससे महीनें में लाखों कमा सकती है। इस बात को सच साबित किया घर-घर में मशहूर यूट्यूबर निशा मधुलिका (youtuber nisha madhulika) ने वह एक प्रसिद्ध भारतीय यूट्यूबर, शेफ और फूड ब्लॉगर हैं, जो अपने स्वादिष्ट और सरल शाकाहारी व्यंजनों के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल और ब्लॉग के माध्यम से लाखों लोगों को खाना बनाना सिखाया है। उनकी प्रेरणादायक जीवन यात्रा संघर्ष और समर्पण की मिसाल है।
अकेलेपन के चलते शुरु किया चैनल
निशा मधुलिका का जन्म 1959 में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई विज्ञान विषय में की थी। शादी के बाद वह अपने पति के साथ दिल्ली में बस गईं। शादी के शुरुआती समय में वे गृहिणी के रूप में अपने परिवार की देखभाल करती थीं। निशा मधुलिका की जिंदगी में संघर्ष तब शुरू हुआ जब उनके बच्चे बड़े हो गए और व्यस्त हो गए। इस समय उन्होंने अकेलापन महसूस किया। लेकिन उन्होंने अपनी इस स्थिति को अपनी ताकत में बदलने का फैसला किया। खाना बनाना हमेशा से उनका शौक था, इसलिए उन्होंने 2007 में एक फूड ब्लॉग शुरू किया।
YouTube से मिला सिल्वर और गोल्ड प्ले बटन
शुरुआत में उनके ब्लॉग (nisha madhulika vlog)पर कम ही लोग आते थे, लेकिन उनकी मेहनत और शानदार रेसिपीज ने धीरे-धीरे लोगों का ध्यान आकर्षित किया। 2011 में उन्होंने यूट्यूब पर अपने कुकिंग वीडियोज अपलोड करने शुरू किए। उनकी सरल भाषा, आसान विधियां और विनम्र व्यक्तित्व ने लोगों का दिल जीत लिया। आज निशा मधुलिका के यूट्यूब चैनल के 12 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं और उनके वीडियो को करोड़ों बार देखा गया है। उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जैसे कि YouTube की सिल्वर और गोल्ड प्ले बटन।
मिल चुके है कई अवॉर्ड
निशा भारतीय महिला यूट्यूबर की लिस्ट में पहले स्थान पर हैं जो आज करोड़पति बन चुकी हैं। उनके चैनल को 14.5 मिलियन लोगों ने सब्सक्राइब किया हुआ है इतना ही नहीं उन्हें साल 2014 में देश के टॉप मोस्ट शेफ्स इन यू्ट्यूब के अवॉर्ड (Top Most Chefs in YouTube Awards) से भी सम्मानित किया गया है। साथ ही साल 2017 में भी उन्हें कंटेंट क्रिएटर इन कुकिंग (Content Creator in Cooking Award) का सम्मान प्राप्त हो चुका है। निशा मधुलिका की कहानी हमें सिखाती है कि उम्र कभी भी सफलता की राह में बाधा नहीं बनती। उन्होंने अपने जुनून और मेहनत के दम पर अपने अकेलेपन को अपनी ताकत में बदल दिया। निशा मधुलिका की संघर्ष से सफलता तक की कहानी हर व्यक्ति के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने साबित कर दिया कि अगर आपमें आत्मविश्वास और मेहनत करने की लगन हो तो सफलता आपकी जरूर होगी। उनके सरल और स्वादिष्ट व्यंजन लोगों के दिलों में खास जगह बना चुके हैं।