
अक्सर लोग सोने से पहले या सुबह उठते ही अपना चेहरा आईना या शीशा में जरूर देखते हैं। लेकिन आपको बता दें कि ऐसा करना बिल्कुल शुभ नहीं है। रात में सोने से पहले और सुबह उठने के बाद शीशे में चेहरा देखने से आपके जीवन पर कई बुरे प्रभाव पड़ सकते हैं।
शास्त्रों में सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक के लिए कुछ ख़ास नियम बताए गए हैं और इनका पालन करने से न सिर्फ हमारे जीवन में खुशियां आती हैं, बल्कि इससे पूजा-पाठ का शुभ फल भी प्राप्त होता है। ऐसा ही एक नियम शीशा देखने को लेकर भी बताया गया है, जिसका आप ध्यान नहीं रखते हैं तो आपको कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है,
सोने से ठीक पहले शीशे में देखने

बता दें कि रात को सोने से पहले शीशा नहीं देखना चाहिए, क्योंकि वास्तु की दृष्टि से यह अच्छा नहीं माना जाता है। मान्यता है कि रात को सोने से पहले शीशा देखने से बुरे सपने आते हैं। अगर आपके बैडरूम में शीशा लगा है तो भी रात को सोने से पहले उसे ढक दें ताकि सोते समय परिवार के किसी भी सदस्य की परछाई उसमें न दिखे। ऐसी भी मान्यता है कि रात के समय शीशा देखने से चेहरे पर परछाई भी पड़ने लगती है।
सुबह उठकर भी न देखें शीशा

वहीं सुबह उठते ही शीशे में अपना चेहरा नहीं देखना चाहिए, क्योंकि जागने के बाद आपके चेहरे पर आलस होता है और आप नेगेटिव ऊर्जा से प्रभावित होते हैं। ऐसे में शीशे में चेहरा देखने से यह नकारात्मक ऊर्जा और भी बढ़ जाती है और इस वजह से आपका पूरा दिन अच्छा नहीं बीतता। इसलिए सुबह उठते ही शीशा न देखें, ऐसा करने से आप इन परेशानियों से बचे रह सकते हैं।
इन बातो का रखें खास ध्यान

बेड के ठीक सामने कभी शीशा नहीं लगाना चाहिए। इससे पति-पत्नी के रिश्तों में खटास आ जाती है।
अचानक जब कोई शीशा टूटा जाता है तो इसका मतलब है कि घर पर आई कोई बड़ी मुसीबत टल गई है, इसलिए इसे बिना देर किए घर से बाहर फेंक देना चाहिए।
वास्तु के अनुसार, घर की उत्तर या पूर्व दिशा में शीशा लगाना चाहिए। वहीं घर की दक्षिण और पश्चिम दिशा में शीशा लगा है तो इसे तुरंत हटा दें।
वहीं टूटे हुए शीशे में कभी चेहरा नहीं देखना चाहिए, इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है।