
अक्सर आपको पैर हिलाने के लिए टोका गया होगा। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर क्यों पैर हिलाने के लिए टोका जाता है? अक्सर हम इसे शुभ और अशुभ से जोड़ लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इससे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचता है। जी हां, अगर आप बेड पर लेटे-लेटे या फिर बैठ करके पैर हिलाते हैं तो यह आपको कई गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकता है। आइए जानते हैं पैर हिलाना किन बिमारियों का है संकेत ,
हार्मोनल बदलाव

शरीर में हार्मोनल बदलाव के कारण भी पैरों को हिलाने की इच्छा होती है, फिर यही इच्छा धीरे-धीरे आदत में बदल जाती है। खासतौर पर प्रेग्नेंसी, थायराइड और पीरियड्स के दौरान इस तरह के लक्षण दिखना सामान्य है।
रेस्टलेस सिंड्रोम नर्वस सिस्टम

जिन लोगों को भी पैर हिलाने की आदत होती हैं , उनमें से लगभग 10 फीसदी लोगों को रेस्टलेस सिंड्रोम नर्वस सिस्टम हो सकती है। 35 साल से अधिक उम्र के लोगों में यह परेशानी ज्यादा देखने को मिलती है। साथ ही इस आदत से जोड़ों व घुटने के दर्द की परेशानी बढ़ जाती है।
नींद पूरी न होना

पैर हिलाने से हमारे शरीर में डोपामाइन हॉर्मोन निकलता है, जिसकी वजह से व्यक्ति को बार-बार पैर हिलाने का मन करता है। जब हम ऐसा बार-बार करने लगते हैं, तो यह आदत बन जाती है, इसे स्लीप डिसऑर्डर भी कहते हैं। दरअसल, नींद पूरी न होने के कारण बॉडी थक जाती है और इसी थकावट के कारण पैर हिलाने की आदत पड़ जाती है।
आयरन की कमी

जब हमारे शरीर में आयरन की कमी हो जाती है, तो भी पैर हिलाने की समस्या बढ़ने लगती है। यह सीधे तौर पर आपको नुकसान नहीं पहुंचाती है, खासतौर पर अगर आपको पैर हिलाने की आदत है तो यह आयरन की कमी की ओर इशारा कर सकता है। इस स्थिति में आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।