
Sex Life: सेक्स करने की इच्छा ना होना, डिप्रेशन और डाइबिटीज़ के अलावा और भी अधिक गंभीर हेल्थ समस्याओं की ओर इशारा कर सकता है। यहां आप वह सब कुछ जान सकती हैं जो आपको जानना चाहिए।
धुल, मिटटी, प्रदूषण और बदलती लाइफस्टाइल जिंदगी को प्रभावित करने के साथ ही हमारी सेक्स लाइफ बदलते मौसम के चलते आएं दिन हमें कई बिमारियों पर भी गहरा असर डालती हैं। तो कौन सी हैं वे बीमारियां और उनका हमारी सेक्स लाइफ पर बुरा असर पड़ता है। आइये जानते हैं,
डिप्रेशन

डिप्रेशन का व्यक्ति के यौन जीवन पर विनाशकारी प्रभाव पड़ता है। इससे आप सेक्स को लेकर बहुत ही बेचैन हो जाती हैं। और सेल्फ एस्टीम बनाए रखने में दिक्कत आती है, आप सेक्स पर बात नहीं कर पाती और शुरुआत करना भी आपके लिए मुश्किल हो जाता है। जिससे सेक्स के प्रति आपकी इच्छा कम होती जाती है।
मल्टीपल स्क्लेरोसिस

मल्टीपल स्क्लेरोसिस, एक क्रोनिक बीमारी है, जो कि आपके मस्तिष्क को प्रभावित करती है। कुछ हार्मोन्स के स्राव के कारण आप में सेक्स की उत्तेजना शुरू होती है, लेकिन मल्टीपल स्क्लेरोसिस के कारण, यह संकेत ठीक से काम करना बंद कर देता है। इससे आपको कम सेक्स ड्राइव का अनुभव होता है।
आर्थराइटिस

आर्थराइटिस, जोड़ों की सूजन व दर्द से जुड़ा रोग है। जिसको गठिया रोग भी कहा जाता है।दर्द और आर्थराइटिस दोनों एक ही लगते हैं। साथ ही हड्डियों की कोई भी समस्या आपके सेक्स जीवन को प्रभावित करती है। जिसके कारण कई लोग सेक्स से परहेज करने लगते हैं।
डाइबिटीज़

डाइबिटीज़ का सेक्स लाइफ पर गहरा असर पड़ता है। यह रोगी की कामेच्छा, परफॉर्मन्स और ऑर्गेज्म को बुरी तरह प्रभावित करता है। कई बार डाइबिटीज़ के कुछ रोगी नपुंसक तक हो जाते हैं। सेक्स करते समय, ब्लड रिप्रोडक्शन अंगों और शरीर के अन्य हिस्सों में प्रवाहित होता है। पर डैमेज ब्लड वेसेल रक्त के प्रवाह में बाधा डालते हैं। जिससे आपकी सेक्स की इच्छा कम होती जाती है।
PTSD

पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर या PTSD, यह ऐसी स्थिति होती है, जिससे आप जीवन में सालो पहले गुजर चुके दर्द को अब भी महसूस कर रहे होते हैं। इससे आपका सेक्स जीवन प्रभावित हो सकता है। और आपकी सेक्स करने की इच्छा धीरे धीरे कम होने लगती है।
दिल की बीमारियां

एक्सपर्ट्स का कहना है “सेक्स रिलेशन बनाने के लिए, आपको सहनशक्ति की आवश्यकता होती है। यह पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए जरूरी है। लेकिन, अगर आपको किसी भी प्रकार की दिल की बीमारी है, तो यह आपको इसमें ठीक से शामिल होने से रोकती है।” इसीलिए ऐसी कोई भी समस्या होने पर जरूरी है कि किसी एक्सपर्ट्स से जरूर परामर्श करें।