
IPU द्वारा जारी हालिया रिपोर्ट में पिछले तीन दशकों में विश्व भर की राष्ट्रीय संसदों में महिलाओं की भागीदारी का विश्लेषण किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, जहां 1995 में महिलाओं के पास कुल संसदीय सीटों का केवल 11.3% हिस्सा था, वहीं यह आंकड़ा 2025 में बढ़कर 27.2% तक पहुंच गया है।
यह रिपोर्ट “संसद में महिलाएं 1995-2025” शीर्षक से प्रकाशित की गई है, जो संयुक्त राष्ट्र के ऐतिहासिक बीजिंग घोषणा पत्र और कार्रवाई मंच के 30 साल पूरे होने पर जारी की गई है। बीजिंग प्लेटफॉर्म फॉर एक्शन ने विश्व स्तर पर लैंगिक समानता और महिलाओं के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश प्रदान किया था।
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि वर्ष 2000 से लेकर 2015 तक संसदों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व लगातार बढ़ा। हालांकि, हाल के वर्षों में यह वृद्धि काफी धीमी हो गई है।
विशेषकर 2024 में, जब विश्व स्तर पर 73 संसदों का पुनर्गठन हुआ, तब भी महिलाओं की भागीदारी में मात्र 0.3 प्रतिशत अंक की ही बढ़ोतरी दर्ज हुई। यह दर 2017 के बाद से अब तक की सबसे धीमी वृद्धि के रूप में सामने आई है।