महिलाओं पर आधारित 90 के दशक के वो सीरियल्स जो भर देगें आपमें जोश

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90’s TV Serials : 90’s का दशक जिसकी यादें हमें हमेशा तरो ताजा कर देती हैं। खासकर उस दौर के टीवी सीरियल्स लोगों को खूब उत्साहित करते थे. अब बात चाहे ‘मालगुड़ी डेज़’, ‘रामायण’, ‘शक्तिमान’ की हो या  ‘ब्योमकेश बक्शी’, ‘देख भाई देख  जैसे धारावाहिकों की सभी घड़ी की सुई देखते रहते थे और समय होते ही टीवी में नजर जमा लेते थे। उस दौर में केवल इन्ही सीरियल्स का ही नहीं , बल्कि कई महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित सीरियल्स का भी जलवा था। आइए आपको बताते है कि वो सीरियल्स कौन से थे–

उड़ान

 ‘उड़ान’ महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित 90s का सबसे पॉपुलर शो था. इस धारावाहिक में भारत की दूसरी आईपीएस अधिकारी कंचन चौधरी भट्टाचार्य की कहानी को प्रदर्शित किया गया था. ये शो महिला के उन संघर्षों पर केंद्रित था जिसका सामना हर कामकाजी महिला को करना पड़ता है. इस धारावाहिक में लीड रोल निभाने वाली कविता चौधरी, आईपीएस अधिकारी कंचन चौधरी भट्टाचार्य की छोटी बहन हैं.

अल्पविराम

साल 1998 में सोनी टीवी पर प्रसारित होने वाला ‘अल्पविराम’ एक ऐसा शो था, जो बलात्कार सहित कई विषयों को बेहद संवेदनशील और प्रगतिशील तरीके से पेश करता था. इसकी कहानी एक ऐसी महिला के इर्द-गिर्द घूमती है जो बलात्कार की शिकार है और कोमा में है. इसमें पल्लवी जोशी मुख्य भूमिका में थीं.

तारा

ज़ी टीवी का ये मशहूर शो उन समस्याओं को दिखाता था जिनका सामना शहरी भारतीय महिलाएं करती थीं. इस धारावाहिक में सभी महिलाओं को प्रगतिशील दिखाया गया था. उनकी आदतें और आचरण भी यथार्थवादी दिखाए गए थे. यही चीज़ें उनके लिए समस्या का कारण बन जाती है. इस शो में रत्ना पाठक शाह, नेहा शरद, अमिता नांगिया और नवनीत निशान मुख्य भूमिका में थे.

हंसरतें

इस धारावाहिक की कहानी उस दौर के हिसाब से काफ़ी आगे थी. इस धारावाहिक में उन खामियों पर भी ध्यान केंद्रित किया गया जो विवाह में उत्पन्न हो सकती हैं. शो की शुरुआत में सीमा कपूर मुख्य भूमिका में थीं और बाद में शेफाली शाह ने लीड ने रोल निभाया.

शांति

शांति धारावाहिक में मंदिरा बेदी ने शांति नाम की एक महत्वाकांक्षी पत्रकार की भूमिका निभाई थी. इस सीरियल में शांति की मां ‘शांति हवेली’ के निर्माण के दौरान काम करने वाली एक मज़दूर थी जिसके साथ कामेश और राज दोनों ने बलात्कार किया था. अपने जैविक पिता को खोजने की इसी कश्मकश में शांति जर्नलिस्ट बन जाती है.

आरोहन

पल्लवी जोशी द्वारा लिखित और निर्मित ‘आरोहण’ धारावाहिक 3 महिला नौसेना कैडेटों की कहानी पर केंद्रित था. इसमें पल्लवी जोशी ने मुख्य भूमिका निभाई थी. ये शो अपने समय से काफ़ी आगे था. साल 1996 में जब ये सीरियल प्रसारित होता था, तब भारतीय नौसेना के लड़ाकू बलों में महिलाओं को शामिल होने की अनुमति नहीं थी.

सांस

सांस नीना गुप्ता द्वारा लिखित और निर्देशित किया गया था जो 90’s के बेहतरीन धारावाहिकों में एक था. इसमें नीना गुप्ता और कंवलजीत सिंह ने मुख्य भूमिकाएं निभाई थीं. इस धारावाहिक में एक ऐसी महिला की कहानी दिखाई गई थी जिसे अपने पति के Extra-Marital Affair से जूझना पड़ता है. एक पत्नी और मां के रूप में उनकी भूमिका सराहनीय थी.

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