अगर आपको पानी में भीगना पसंद है या आप किसी ऐसी जगह की तलाश में हैं जहां आपको प्रकृति का मनोरम दृश्य देखने की चाह है तो मध्य प्रदेश आपके लिए सर्वोत्तम जगह हैं क्योंकि यहां आपको कई वॉटर फॉल्स देखने को मिल जाएंगे। देखिए ये लिस्ट-
पातालपानी वॉटर फॉल्स, इंदौर
इंदौर से सिर्फ 35 किलोमीटर दूर, यह पातालपानी फॉल्स एक शानदार पर्यटन स्थल है, यह जगह टूरिस्टों के लिए हमेशा से ही आकर्षण का केन्द्र है। यहां पर कई स्पोटर्स एक्टिविटीज़ भी की जाती हैं। इसे पिकनिक स्पॉट के रूप में भी जाना जाता है। यहां जुलाई और अक्टूबर के बीच जाना ज्यादा अच्छा माना जाता है।

केवटी वॉटर फॉल्स, रीवा
केवटी फॉल्स, मध्य प्रदेश के कई फेमश झरनों में से एक है और यह रीवा में स्थित है। यह एक ऐसा शहर है, जो कई झरने हैं। यह झरना भारत का 24 वा सबसे ऊंचा झरना है। यह झरना मध्यप्रदेश का मुख्य पर्यटन स्थल है। यहां टैक्सी द्वारा पहुंचा जा सकता है, यह रीवा से 46 किलोमीटर दूर है। इसके पास आपको बहुत सारे मंदिर देखने मिलते है।

धुआंधार वॉटर फॉल्स, जबलपुर
मध्य प्रदेश के सबसे मशहूर वॉटर फॉल्स में से एक जबलपुर में स्थित धुआंधार वॉटर फॉल भी है। इसे स्मोक कास्केड के रूप में भी जाना जाता है। इस वॉटरफॉल का नजारा बेहद खूबसूरत है। यहां रेनबो बैकग्राउंड के साथ नर्मदा नदी के पानी के छींटे और गिरता हुआ स्मोकी फॉल, पानी के बौछारों के साथ बहुत की लुभावना लगता है। इस वॉटर फॉल के पश्चिम की ओर यात्रियों के लिए एक केबल कार सेवा उपलब्ध है। यहां सितंबर से मार्च तक के महीनों में जाना ज्यादा अच्छा माना जाता है।

गाथा , खजुराहो
यह भारत का 36वां सबसे ऊंचा वॉटर फॉल है और खजुराहो के सबसे प्रसिद्ध आकर्षणों में से एक है। यह झरना विंध्याचल पर्वतमाला का हिस्सा है और मानसून के मौसम में यहां का नजारा और भी खूबसूरत हो जाता है। यहां के आसपास के हिस्से आपको और भी कई चीजें देखने को मिल सकती है।

बी फॉल्स, पचमढ़ी
पचमढ़ी में सबसे प्रसिद्ध झरनों में से एक बी वॉटर फॉल सबसे खूबसूरत नजारा सूर्यास्त के समय देखने को मिलता है। इसके स्थान का महाभारत से ऐतिहासिक संबंध है। कथाओं के अनुसार, पांडवों ने अपने वनवास के दौरान इन पहाड़ियों में निवास किया था। यह वॉटर फॉल अप्सरा विहार से लगभग 10 मिनट की पैदल दूरी पर और पचमढ़ी से लगभग तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
