एक दौर ऐसा था जब हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में गिने-चुने चेहरे ही दर्शकों को लुभाते थे। 1940 के दशक में एक ऐसी ही हीरोइन थी जिसकी खूबसूरती को लोग आज भी नहीं भूल पाए हैं। वो जिसे हम मधुबाला के नाम से जानते हैं।
मधुबाला का जन्म 14 फरवरी, 1933 को दिल्ली में एक पश्तून मुस्लिम परिवार में हुआ था। उन्होंने 1942 में आई फिल्म ‘बसंत’ में बाल कलाकार के तौर पर फिल्मों में काम करना शुरू किया। मधुबाला 1947 में ‘नीलकमल’ और 1948 में राज कपूर के साथ ‘अमर प्रेम’ में दिखाई दीं। इसके बाद उन्होंने अन्य फिल्म निर्माताओं के साथ काम किया, 1947 में ‘दिल की रानी’ और 1949 में ‘द शो मैन’ में दिखाई दीं।

मधुबाला के बचपन का नाम मुमताज बेगम जहां देहलवी था। वह अपने माता-पिता की पाँचवीं संतान थी और उनके साथ उसके 10 भाई-बहन थे। वह अपनी पांच बहनों में सबसे अधिक कमाने वाली थी, जिसकी वजह से वे कभी स्कूल न जा पाई। हालाँकि, उनकी उर्दू बहुत अच्छी थी।
मधुबाला की छोटी बहन मधुर भूषण ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह हमेशा सच्चा प्यार चाहती थी और उसे दिलीप कुमार और किशोर कुमार दोनों ने धोखा दिया।

मधुबाला की बहन की मानें तो दिलीप कुमार से उनका रिश्ता बी. आर. चोपड़ा की फिल्म ‘नया दौर’ के वजह से टूटा न कि उनके पिता अताउल्लाह खान की जिद से। इस फिल्म के कुछ हिस्सों की शूटिंग कर चुकी मधुबाला को मेकर्स ने बाकी शूटिंग के लिए ग्वालियर भेजना चाहा। डकैत इलाका होने के चलते पिता ने मेकर्स से लोकेशन चेंज करने का आग्रह किया। जिसके लिए वे राजी नहीं हुए। तब पिता ने मधुबाला को फिल्म छोड़ने और मेकर्स के पैसे लौटाने के लिए कहा।
उस दौरान दिलीप कुमार की सगाई मधुबाला से हो चुकी थी। इस लिहाज से चोपड़ा ने दिलीप को मधुबाला से बात करने के लिए भेजा। दिलीप ने मधुबाला को खूब समझाया, लेकिन वे पिता के खिलाफ जाने के लिए राजी नहीं हुईं। फिर चोपड़ा प्रोडक्शन ने मधुबाला के खिलाफ केस फाइल किया, जो लगभग एक साल तक चला। इसी बीच दोनों के रिश्ते में दरार आई।

दिलीप साहब ने उनके सामने फिल्में छोड़, शादी करने का प्रस्ताव रखा। मधुबाला ने कहा कि वे तभी शादी करेंगी जब दिलीप उनके पिता से माफी मांगे। दिलीप के इनकार के बाद, दोनों की राहें जुदा हो गई। शायद वह ‘एक माफी’ इनकी जिंदगी बदल सकती थी। मधुबाला ने उम्र के आखिरी दिन तक दिलीप साहब को प्यार किया था।
मधुबाला और दिलीप का रिस्ता टुटने के बाद किशोर कुमार ने मधूबाला को उनको प्रपोज किया। उस दौरान मधूबाला बिमार रहती थी औऱ इलाज के लिए लंदन जाया करती था। पिता चाहते थे कि मधुबाला डॉक्टर्स की राय लें और पूरी तरह ठीक होने के बाद ही शादी करें। लेकिन दिलीप साहब के व्यवहार से गुस्साई मधुबाला ने तुरंत किशोर कुमार से शादी कर ली। 27 साल की उम्र में साल 1960 में इनकी शादी हुई।

लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था डॉ की रिपोर्ट आई तो पता चला कि मधुबाला ज्यादा दिनों की महमान नहीं है- तब किशोर ने मुंबई के कार्टर रोड में बंगला खरीद, उन्हें वहां नर्स और ड्राइवर के साथ छोड़ दिया। मधुबाला की बहन के मुताबिक चार महीने में एक बार किशोर कुमार उनसे मिलने आया करते थे। उन्होंने मधुबाला का फोन उठाना भी बंद कर दिया था।
मधुबाला इस बात से बेहद दुखी थीं कि उनसे कोई भी मिलने नहीं आता था। एक वक्त वे बॉलीवुड की हॉट प्रॉपर्टी हुआ करती थीं। लेकिन जब वे बीमार और मरने की कगार पर थीं, तो कोई भी उनका हाल जानने नहीं आया। कहा जाता है उन दिनों मधुबाला ने तैयार होना भी छोड़ दिया था। वह हर वक्त नाइट गाउन में रहती थीं। जिसके बाद 36 साल की उम्र में उनकी मौत हो गई।