बीडब्लूएफ रैंकिंग में टॉप 10 से बाहर हुई पीवी सिंधु

Date:

हाल ही में बीडब्ल्यूएफ ने ताजा रैंकिंग की जिसमें भारतीय शटलर को काफी नुकसान हुआ है. मिक्सड डबल में कोई भी भारतीय जोड़ी टॉप 32 में नहीं है. इसी के साथ 2022 टोक्यो ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट विक्टर एक्सलेसन मैंस सिंगल्स में टॉप पर हैं.

ओलंपिक खेलों में दो बार अपने हुनर का जलवा बिखेर चुकी पीवी सिंधु की रैंकिंग में गिरावट देखने को मिली है. हालही में जारी हुई विमेंस बीडब्ल्यूएफ रैंकिंग में सिंधु टॉप 10 से बाहर निकल चुकी हैं. आपको बता दें कि सिंधु छह साल से ज्यादा समय विश्व की शीर्ष दस खिलाड़ियों में अपनी जगह बना चुकी हैं. पिछले हफ्ते 27 साल की सिंधु स्विस ओपन में महिला सिंगल्स में हार गई थी. उनकी इस हार से उनकी रैंकिंग पर काफी प्रभाव पड़ा।

फिलहाल सिंधु 60,448 प्वाइंट्स के साथ दो पायदान नीचे खिसक कर 11वें स्थान पर जा पहुंची हैं। वो पूर्व वर्ल्ड चैंपियन रह चुकी हैं. सिंधु विश्व रैंकिंग में 2 नंबर तक पर रह चुकी हैं. नवंबर, 2016 से वो विश्व रैंकिंग में वो टॉप 10 खिलाड़ियों में शामिल रही. सिंधु पहली बार अगस्त, 2013 में एलीट टॉप 10 में जगह बनाने में सफल रहीं थी. नई रैंकिंग में साइना नेहवाल को भी नुकसान हुआ है. 36,600 प्वाइंट्स के साथ 31वें नंबर पर हैं. त्रिसा जॉली और गायत्री गोपीचंद महिला मिक्सड में 43501 प्वाइंट्स के साथ 18वें नंबर पर है.

मैंस बीडब्ल्यूएफ सिंगल्स रैंकिंग में एचएस प्रणय 9वें नंबर पर हैं. उनकी रैंकिंग में कोई गिरावट नहीं आई है. उनके 64347 प्वाइंट्स हैं. किदांबी श्रीकांत 48701 प्वांइट्स के साथ 21वें स्थान पर खिसक गए. लक्ष्य सेन को भी ताजा रैंकिंग में नुकसान हुआ है. वो 46364 प्वाइंट्स के साथ 25वें स्थान पर पहुंच गए. मैंस डबल में स्विस ओपन चैंपियन सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी रैंकिंग में 68,246 प्वाइंट्स के साथ छठे नंबर पर हैं. एमआर अर्जुन और ध्रुव कपिला की जोड़ी 40238 प्वाइंट्स के साथ 26वें स्थान पर है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

चॉकलेट ड्रिप के साथ फल क्रीम केक

हर साल जैसे ही हमारा जन्मदिन कारीब आता है,...

सफलता की बाधाएं: महिला उद्यमियों के बारे में रोचक तथ्य

करीब पचास साल पहले अगर किसी ने महिला उद्यमी...

फलियों की कटाई के बजाय, एक दिन चॉकलेट का निर्माण प्रयोगशालाओं में बड़े पैमाने पर किया जा सकेगा

WWF की रिपोर्ट के अनुसार, कोको की फसल के कारण पश्चिम अफ्रीका, विशेषकर घाना और कोटे डी आइवर में हैरान-जनक वनों की कटाई हो रही है।