UPPSC में 6वीं रैंक हासिल कर लोगों के मुंह पर लगाया ताला, माता-पिता गर्वित

Date:

अक्सर लोगों का मानना होता है कि बड़े परिवार के बच्चे पढ़ाई में आगे नहीं निकल पाते हैं क्योंकि घर में ज्यादा लोग होने के कारण उनकी पढ़ाई ढ़ंग से नहीं हो पाती है। और ध्यान भी भटकता रहता है। वहीं यूपी की रहने वाली सल्तनत परवीन ने इसे गलत साबित कर दिया है…सल्तनत एक ऐसे परिवार में रहती हैं जहां 31 सदस्य है लेकिन इतना बड़ा परिवार होने के बावजूद भी सल्तनत परवीन ने UPPSC 2022 परीक्षा में 6वीं रैंक हासिल की है।

सल्तनत के पिता मोहम्मद शमीम खान की जनरल स्टोर की दुकान हैं और मां आशिया खान एक हाउस वाइफ हैं। सल्तनत परवीन की स्कूलिंग लखनऊ के ही अलीगंज न्यू वे सीनियर सेकेंडरी स्कूल से ही हुई है। इसके बाद 2016 में लखनऊ के ही इंटीग्रल यूनिवर्सिटी से उन्होंने बीटेक किया।

7 सालों के इंतज़ार और 3 असफलताओं के बाद आखिरकार सल्तनत ने सफलता तो हासिल कर ली, लेकिन सल्तनत और उनके माता-पिता के लिए यह सफर बहुत मुश्किल था।

सल्तनत के माता-पिता ने बेटी को पढ़ाने के लिए लोगों के खूब ताने सुने। हर कोई बोलता था कि बेटी को इतना पढ़ाने की क्या ज़रूरत है? लेकिन अलीगंज की रहने वाली सल्तनत के माता-पिता और उनके परिवार ने किसी की एक नहीं सुनी। सल्तनत को जब भी निराशा हाथ लगी उनका पूरा परिवार हर बार उनके साथ खड़ा रहा।

एक समय तो ऐसा भी आया जब सत्लनत हार मान चुकी थीं। उन्होंने सोचा कि कोई और नौकरी कर लेते हैं, लेकिन उनके माता-पिता ने उन्हें रुकने नहीं दिया और सल्तनत ने एक बार फिर पूरे जी-जीन से तैयारी की और आखिरकार 7 सालों के इंतज़ार और 3 असफलताओं के बाद, सल्तनत ने न सिर्फ UPPSC परीक्षा क्रैक की, बल्कि 6वीं रैंक भी हासिल की।

सल्तनत के लिए उनका बड़ा परिवार कभी भी उनकी कमज़ोरी नहीं बना, बल्कि हिम्मत बनकर साथ खड़ा रहा। सल्तनत और उनके पूरे परिवार को बहुत बहुत बधाई!

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

चॉकलेट ड्रिप के साथ फल क्रीम केक

हर साल जैसे ही हमारा जन्मदिन कारीब आता है,...

सफलता की बाधाएं: महिला उद्यमियों के बारे में रोचक तथ्य

करीब पचास साल पहले अगर किसी ने महिला उद्यमी...

फलियों की कटाई के बजाय, एक दिन चॉकलेट का निर्माण प्रयोगशालाओं में बड़े पैमाने पर किया जा सकेगा

WWF की रिपोर्ट के अनुसार, कोको की फसल के कारण पश्चिम अफ्रीका, विशेषकर घाना और कोटे डी आइवर में हैरान-जनक वनों की कटाई हो रही है।