प्रेगनेंसी(Pregnancy) पीरियड हर महिला के लिए बहुत खास होता है.. इस दौरान मां को अपने सेहत और खानपान का बहुत ख्याल रखने की जरूरत पड़ती है। गर्भ में पल रहे बच्चें के सही पोषण के लिए ये बहुत जरूरी है की मां सही डाइट को फॉलो करे। वहीं इस दौरान कुछ अजीबो गरीब मान्यताएं भी देखने को मिलती है। बहुत पुराने समय से दादी नानी यहीं कहती हैं कि अगर गोरा बच्चा चाहिए तो केसर का सेवन करो। अब सवाल ये खड़ा होता है कि क्या सच में केसर वाला दूध पीने से बच्चा गोरा पैदा होता है या ये सिर्फ एक धकोसला है?

एक्सपर्ट के अनुसार मां के केसर खाने से बच्चे के गोरा होने का कोई ताल्लुक नहीं है। बच्चे का रंग गोरा होगा या काला होगा ये सिर्फ मेलेनिन और जीन पर निर्भर करता है। शरीर में मेलेनिन का स्तर अधिक होने से स्किन डार्क हो जाती है, वहीं मेलेनिन की संतुलित मात्रा स्किन गोरा करने में सहायता करती है। वहीं केसर और दूध का कोई वैज्ञानिक सबूत भी मौजूद नहीं है। एक्सपर्ट के अनुसार लोगो को दूसरो की बातों को सुनने से ज्यादा किसी भी डॉक्टर की राय लेनी चाहिए, क्योंकि कई बार आप किसी चीज़ का गलत तरीके से सेवन करते हैं जो आपको नुकसान भी पहुंचा सकता है।
आइए अब जानते हैं केसर या केसर वाला दूध पीने के फायदे—
गर्भावस्था(Pregnancy) में हार्मोनल असंतुलन की वजह से मूड स्विंग की परेशानी होती है, जिसकी वजह से गुस्सा आना,एक्साइटेड होना, तुरंत किसी भी बात पर रोना,ऐसी कई परेशानियां होती है। ऐसे में ये मूड स्विंग को नियंत्रित करने में सहायता करता है।
ये एंटी डिप्रेसेंट की तरह वर्क करता है। इसके सेवन से सेरोटोनिन हार्मोन रिलीज होता है जो आपके मूड को सही करता है।
गर्भावस्था में हाई बीपी की दिक्कत बनी रहती है, ऐसे में केसर का सेवन रक्तचाप को नियंत्रित करता है।

प्रेगनेंसी में महिलाओं को पाचन से जुड़ी दिक्कते जैसे एसिडिटी, अपच और उल्टी की शिकायत होती है। इस समय पाचन धीमा हो जाता है। ऐसे में केसर मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में सहायता करता है। केसर का सेवन करने से इम्यूनिटी बूस्ट करने में भी सहायता मिलती है।
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