देश के सबसे ज्यादा सम्मानजनक पदों में से एक आईएएस(IAS) ऑफिसर का पद जिसकी कुर्सी पर बैठना अधिकतर हर युवा का सपना होता है। आईएएस ऑफिसर बनने के लिए यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सर्विसेज एग्जाम में बैठना और उसे उत्तीर्ण करना जरूरी होता है। वहीं जो विद्यार्थी 12 वीं पास है और आईएएस बनना चाहते हैं उनको 12वीं के बाद क्या तैयारी करनी चाहिए और क्या स्ट्रैटिजी फॉलो करनी चाहिए ये हम आज बताने वाले हैं।
ग्रैजुएशन करें
सिविल सर्विस एग्जाम के लिए अप्लाई करना चाहते हैं तो सबसे पहले तो आपके पास बैचलर की डिग्री होनी चाहिए। इस एग्जाम के लिए मिनिमम परसेंटेज की कोई शर्त नहीं है। इसका मतलब ये कि अगर आप ग्रैजुएट है तो परीक्षा में बैठ सकते हैं। वैसे इसके लिए आप जब फाइनल इयर में हों तब भी अप्लाई कर सकते हैं।
सिविल सर्विसेज परीक्षा करें उत्तीर्ण
तीन चरणों में सिविल सर्विसेज एग्जाम का आयोजन किया जाता है। सबसे पहले आपको प्री क्लियर करना होता है। प्री क्लियर करने के बाद ही आप मेंस में बैठ सकते हैं। मेंस के बाद आपको इंटरव्यू क्वालिफाई करना होता है।

प्रीलिमिनरी एग्जाम
प्रीलिमिनरी एग्जाम में 2 कंपल्सरी पेपर होते हैं। जनरल एबिलिटी टेस्ट (गैट) और सिविल सर्विस ऐप्टिट्यूड टेस्ट (सीसैट)। सवाल ऑबजैक्टिव वाले होते हैं। सवाल इंग्लिश और हिंदी, दोनों भाषा में होते हैं। यह पेपर क्वालिफाइंग नेचर का होता है। ये कुल 400 अंकों के पेपर होते है।
मेंस एग्जाम
आईएएस मेंस को दो भागो में बांटा जाता है-क्वालिफाइंग एग्जाम और मेरिट एग्जाम।
—क्वालिफाइंग पेपर
1. पेपर ए: संविधान की छठी अनुसूचि में शामिल किसी भाषा में से एक भाषा
2. पेपर बी: इंग्लिश
ये दोनों पेपर 300-300 मार्क्स के होते हैं।
—मेरिट पेपर
मेरिट के 7 पेपर होते हैं जिनमें से सभी 250-250 मार्क्स के होंगे। यानी पेपर कुल 1750 अंकों का होता है। सभी पेपर 3-3 घंटे का होता है।
इंटरव्यू
मेंस एग्जाम क्लियर करने वाले कैंडिडेट्स को इंटरव्यू/पर्सनैलिटी टेस्ट के लिए बुलाया जाता है।
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