
महिलाओं को रोज की जिंदगी में कई तरह के काम करने पड़ते हैं। और इन्हीं कामों को पूरा करने के लिए महिलाएं अपनी सेहत पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देती या उन्हें इग्नोर करती रहती हैं। आजकल के समय में वह न सिर्फ अपनी प्रोफ़ेशनल लाइफ को संभालती हैं बल्कि परिवारों को भी संभालती हैं। इतनी सारी ज़िम्मेदारियों को संभालते संभालते वह खुद की परेशानियों को एक कोने में रख देती हैं। जोकि महिलाओं की सेहत के लिए बिलकुल भी ठीक नहीं होता है। ऐसे में कुछ समस्याओं के बारे में हम आपको बताने जा रहें हैं जिनको इग्नोर करना आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है,
वजन में बदलाव दिखना
बिना किसी कारण के वजन में अचानक से बदलाव आना किसी गंभीर समस्या की ओर इशारा करता है. कई बार थायरॉयड, डायबिटीज, साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर, लिवर डिजीज और कैंसर के कारण भी इस समस्या का सामना करना पड़ता है. वहीं, अगर अचानक से आपका वजन बढ़ने लगा है तो यह थायरॉयड लेवल का कम होना, डिप्रेशन या मेटाबॉलिज्म कम होने की तरफ इशारा करता है।

अनियमित पीरियड्स
पीरियड्स के दौरान छोटे-मोटे बदलाव होना तो आम बात है लेकिन अगर आपको कुछ भी दिक्कत लगती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। पीरियड्स की मात्रा, मंथली टाइम या फ्लो में चेंजेस आने पर आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। अगर आपको मेनोपॉज के बाद भी ब्लीडिंग की समस्या का सामना करना पड़ता है तो इसके लिए भी डॉक्टर को जरूर दिखाए।

पीरियड्स में ऐंठन
ज्यादातर महिलाओं को पीरियड्स के समय पेट में बहुत ऐठन रहती है। जो कुछ महिलाओं के लिए बहुत ज्यादा दर्दनाक नहीं होता है , लेकिन दूसरी तरफ कई महिलाओं को गंभीर दर्द का सामना करना पड़ता है। पीरियड्स में होने वाले इस दर्द को कम करने के लिए यशतीमधु और दालचीनी जैसे आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां दी जाती है। इससे दर्द और यूट्रस की मांसपेशियों की ऐंठन को कम करने में काफी मदद मिलती है।

ब्रेस्ट में गांठ
महिलाओं के ब्रेस्ट में हल्की फुल्की गांठ का महसूस होना आम बात होती है लेकिन अगर आपको चेस्ट या स्किन पर कुछ गांठ या यहां तक की स्किन के साथ ही निपल के कलर में भी बदलाव नजर आ रहा है तो इसके लिए डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। क्योंकि यह ब्रेस्ट कैंसर की ओर इशारा कर सकता है।

चीजों को रखकर भूल जाना
कई बार ऐसा होता है कि महिलाएं चीजों को किसी जगह पर रखकर भूल जाती हैं। कभी-कभार ऐसा होना तो नार्मल है, लेकिन अगर अक्सर ही ऐसा होता है, तो यह भी मानसिक स्वास्थ्य की खराबी का एक लक्षण हो सकता है। इस स्थिति में महिलाओं की याद्दाश्त कमजोर होने लगती हैं। इसे भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
