
कहीं आप भी अपने बच्चों को नकली ORS तो नहीं पी रहे हैं? अगर ऐसा है तो प्लीज रुक जाइए , क्योंकि मार्केट में मिलने वाला ORS नकली बिक रहा है और इन्हें खुली आंखों से पहचानना मुश्किल है। कई लोगों को इसकी बिल्कुल भी जानकारी नहीं है। ऐसे में इसकी पहचान करना स्वास्थ के लिए बेहद जरूरी है।
आज के समय में नकली और असली चीजों की पहचान करना बहुत ही मुश्किल हो गया है। ऐसे में नकली और असली चीजों की समझ न होने की वजह से कई लोग नकली प्रोडक्ट्स को खरीद लेते हैं और उन्हें यूज करने लगते हैं। इसमें कुछ ऐसे प्रोडक्ट्स होते हैं जिसमें इस कदर मिलावट होती है कि इनको खाने-पीने से जान तक जा सकती हैं।

गर्मी का मौसम हैं और इस भीषण चिलचिलाती गर्मी से लोग काफी ज्यादा परेशान हैं ऐसे में लोगों को गर्मी के कारण वोमिटिंग, लूज मोशन, बेहोशी, डायरिया जैसी बीमारियां हो रही हैं। इन बीमारीयों से बचने के लिए डॉक्टर्स ओआरएस (ORS ) का घोल पीने की सलाह दे रहे हैं वहीं बाजारों में नकली ORS की बिक्री काफी तेजी के साथ हो रही है, जिससे दिमाग में सूजन होने का खतरा भी रहता है।
कैसे करें पहचान?

नकली ORS के पैकेट पर FSSAI सर्टिफिकेशन लिखा हुआ होता है। यह फूड प्रोड्क्ट की कैटेगरी में ही एक एक मार्क होता है। वहीं, असली ORS पाउडर के पैकेट पर WHO का फॉर्मूला लिखा होता है। जो ORS मेडिसिन की कैटेगरी में आता है और इसे स्ट्रिक्ट गाइडलाइन्स के तहत तैयार किया जाता है। ऐसे में जब आप ORS खरीदें तो उसकी पैकेजिंग पर लिखे गॉइडलाइन्स, इसे बनाने में इस्तेमाल की गई इंग्रेडिएंट्स और रेगुलेटर सिंबल की जांच जरूर कर लें।
सकती हैं ये गंभीर बीमारियां

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट्स के अनुसार, नकली ORS में शुगर की क्वांटिटी ज्यादा होती है। अगर आप लूज मोशन से परेशान हैं, तो ORS पीने से आपकी कंडीशन और भी ज्यादा खराब हो सकती है। नकली ORS में सोडियम भी मिनिमम होता है। जो शरीर में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस को बिगाड़ देता है जिससे दिमाग में सूजन होने का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है।