
मान्यताओं के अनुसार कुछ पौधे ऐसे भी हैं जिनमें सकारात्मक ऊर्जा के साथ नकारात्मक शक्तियों का वास होता है और इन पौधों का आपके घर के आस-पास होना भी ठीक नहीं होता है। आपने घर के बड़े-बुजुर्गों को ऐसा कहते हुए सुना होगा कि आपको रात के समय कुछ पौधों के आस-पास भी नहीं जाना चाहिए या फिर कुछ ऐसे पौधे भी हैं जिन्हें आपको अपने घर या आस-पास लगाने से भी मना किया जाता है।

ऐसा कहा जाता है कि यदि आप इन पौधों को घर में लगाते हैं या फिर उनके आस-पास से रात के समय गुजरते हैं तो उनकी नकारात्मक ऊर्जा आपके शरीर में भी प्रवेश कर सकती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि क्या वास्तव में पौधों में बुरी आत्माओं का वास होता है?
पीपल के पेड़ में हैं बुरी आत्माओं का वास ?

हिन्दू धर्म में पीपल के पेड़ की पूजा की जाती है और इसे देवों के समान माना जाता है। कहा जाता हैं पीपल के पेड़ में पूर्वजों का निवास होता है, लेकिन इन सब धार्मिक मान्यताओं के बीच कुछ अंधविश्वास भी पीपल के पेड़ से जुड़े हुए हैं। मुख्य रूप से आपको रात के समय इस पेड़ के पास जाने से मना किया जाता है। पीपल के पेड़ों में आत्माओं का वास होता है और शाम के बाद इसके नीचे न सोने की सलाह दी जाती है। वहीं ऐसा भी कहा जाता है कि रात के समय इस पौधे में मां लक्ष्मी का वास होता है जिसकी वजह से ये नकारात्मक हो जाता है। इन्ही कारणों से ये भ्रान्ति फैलाई गई है कि पीपल के पेड़ में बुरी आत्माओं का वास होता है।
नीम के पेड़ में हैं बुरी आत्माओं का वास ?

नीम के पेड़ को हिन्दू धर्म में पूजनीय माना जाता हैं और ऐसा कहा जाता हैं कि इसमें देवी माँ का वास होता हैं। वहीं कुछ मान्यताओं के अनुसार, रात में नीम के पेड़ के पास जाना अशुभ माना जाता है। पारंपरिक कथाओं के अनुसार नीम के पेड़ के नीचे भूत-प्रेत और आत्माओं का वास होने की बातें कही जाती हैं। हालांकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें तो नीम का पेड़ स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता है और इसमें किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा या बुरी आत्माओं का वास नहीं होता है। लेकिन यदि हम ज्योतिष की मानें तो कई पेड़ों में बुरी आत्माओं का वास होता है और ऐसा कहा जाता है कि इनके आस-पास कार्बनडाई ऑक्साइड गैस ज्यादा होने की वजह से इन पौधों से दूर रहना चाहिए।
कपास के पेड़ में हैं बुरी आत्माओं का वास ?

ऐसी मान्यता है कपास के पौधे को भूतों और आत्माओं का वास माना जाता है और पारंपरिक रूप से इसका इस्तेमाल अंतिम संस्कारों में किया जाता है और उनका सफेद रंग भी नकारात्मक ऊर्जा से जुड़ा होता है जिसे अक्सर नकारात्मक ऊर्जा से जोड़ा जाता है। और यदि हम विज्ञान की मानें तो ये पौधा अपने नुकीले कांटों की वजह से घर में न लगाने की सलाह दी जाती है, जिससे घर के छोटे बच्चों को नुकसान न हो। जबकि वास्तु के अनुसार ऐसा माना जाता है कि अगर कपास के पौधे को घर के अंदर रखा जाए तो यह तनाव और चिंता का कारण बनते हैं।
इमली के पेड़ में हैं बुरी आत्माओं का वास ?

आपने कई बार बड़े-बुजुर्गों को कहते सुना होगा कि रात के समय इमली के पेड़ में बुरी आत्माओं का वास होता है और इस वजह से इस पौधे को घर में लगाने से मना किया जाता है। इस पेड़ से नकारात्मक ऊर्जा पूरे घर में फ़ैल सकती है और इसका बुरा असर उस जगह पर रहने वाले सभी लोगों के जीवन पर भी पड़ सकता है। वास्तव में लोग इस मान्यता की वजह से ही अपने घरों के पास इमली के पेड़ लगाने से बचते हैं क्योंकि ये पेड़ नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं।