हिन्दू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 01 जुलाई को सुबह 10 बजकर 26 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इसका समापन 02 जुलाई को सुबह 08 बजकर 42 मिनट पर पर होगा। ऐसे में 02 जुलाई को योगिनी एकादशी व्रत किया जाएगा।
सनातन धर्म में योगिनी एकादशी बेहद पवित्र मानी गई है। योगिनी एकादशी के दिन विशेष उपाय भी किए जाते हैं। योगिनी एकादशी भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित है। इस दिन दोनों की विधिवत पूजा अर्चना करने से व्यक्ति की सभी परेशानियां दूर हो सकती है। साथ ही इन उपायों को करने करियर में सफलता मिलती है।
ऐसे में आइए जानते हैं योगिनी एकादशी के दिन किए जाने वाले उपायों के बारे में,
भगवान विष्णु की पूजा करें

यदि आप करियर में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो योगिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करें और उन्हें केला, मिठाई समेत आदि चीजों का भोग लगाएं। साथ ही विष्णु चालीसा का पाठ करें। मान्यता है कि ऐसा करने से जातक को मनचाहा करियर प्राप्त होता है।
वस्त्रों का दान करें

एकादशी के दिन वस्त्र दान करना बेहद शुभ माना जाता है। अगर आप इस दिन गरीब लोगों को वस्त्र दान कर रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि काले वस्त्र का दान न करें। इससे व्यक्ति को अशुभ परिणाम मिल सकते हैं। इस दिन पुराने वस्त्र दान कर सकते हैं। इससे व्यक्ति को दरिद्रता से छुटकारा मिल सकता है।
सरसो का दान करें

योगिनी एकादशी के दिन सरसों का दान करना अच्छा माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सरसों का संबंध सूर्य ग्रह से होता है। सरसो को नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने वाला माना जाता है। घर में नकारात्मक ऊर्जा होने से अशांति, कलह, और आर्थिक समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए इस एकादशी के दिन सरसों का दान करना शुभ होता है।
काले तिल का दान करें

तिल का दान करना योगिनी एकादशी के दिन किया जाने वाला एक विशेष दान माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन तिल का दान करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। एकादशी के दिन तिल का दान करने से आयु और धन-धान्य की वृद्धि होती है।