
‘सफलता’ किसी उम्र की मोहताज नहीं होती, अगर इंसान सही दिशा में लगातार मेहनत करे तो वह जरूर कामयाब होता है। इस बात को साबित कर दिखाया जयपुर ग्रामीण के किशनगढ़ रेनवाल की रहने वाली विद्योत्तमा विनोद ने। मात्र 15 साल की उम्र में इस लड़की ने IPMT की परीक्षा पास की । आईपीएमएटी दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। विद्योत्तमा आईपीएमएटी परीक्षा पास कर IIM में जाने वाली भारत की सबसे कम उम्र की स्टूडेंट है। सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि इस परीक्षा को पास करने के लिए विद्योत्तमा ना तो कोई कोचिंग ली और नहीं कोई स्पेशल क्लास।
विद्योत्तमा विनोद IIM रोहतक की परीक्षा पास करने वाली देश की सबसे कम उम्र की स्टूडेंट है। वह अभी 16 साल की भी नहीं हुई है , IIM रोहतक के कंप्यूटर सिस्टम के अनुसार, 16 साल से ऊपर के बच्चे ही IIM के लिए फॉर्म भर सकते थे, लेकिन विद्योत्तमा ने मात्र 15 साल की उम्र में ही इस एग्जाम को पास करके IIM को भी हैरान कर दिया है। विद्योत्तमा विनोद के लिए अब IIM अपने कंप्यूटर सिस्टम में बदलाव कर रहा है।
बता दें कि इस बार 150 सीटों के लिए आईपीएमएटी एग्जाम में 28 हजार स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया था , जिसमें से केवल 800 बच्चों को शॉर्ट लिस्ट किया गया था। इस एग्जाम में बहरीन और ओमान जैसे देशों के स्टूडेंट्स ने भी भाग लिया था। इसके बाद आईआईएम रोहतक ने 800 स्टूडेंट का इंटरव्यू लिया और केवल 150 बच्चों को सेलेक्ट किया। जिसमें विद्योत्तमा विनोद भी शामिल रहीं। विद्योत्तमा ने मात्र 13 साल की उम्र में दसवीं की परीक्षा पास कर 95 फीसदी अंक प्राप्त किया। दसवीं के बेहतरीन परिणाम के बाद पिता विनोद वर्मा ने अपनी बेटी विद्योत्तमा को जयपुर के टियोलर हाई स्कूल में पढ़ने के लिए भेजा। इस स्कूल से ही विद्योत्तमा को आईपीएमएटी के बारे में पता चला और वह अब IIM रोहतक पहुंच गई है।