
वो कहते हैं न, आपकी सफलता के लिए सबसे जरूरी चीज है खुद पर भरोसा। देश में दो यूनिकॉर्न स्टार्टअप की मालकिन रुचि कालरा की सफलता का राज भी यही है। बता दें तो उनके बिजनेस आइडिया को ७३ निवेशकों ने ठुकराया, लेकिन आज वही आइडिया 52 हजार करोड़ की कंपनी बन चुका है।

रुचि और उनके पति आशीष महापात्र आज देश के अकेले ऐसे व्यापारी हैं, जो 2 यूनिकॉर्न स्टार्टअप चला रहे हैं। उनकी दोनों कंपनियों की कुल मार्केट वैल्यू आज करीब 52 हजार करोड़ रुपये है। एक समय ऐसा भी था जब रुचि के बिजनेस आइडिया को ७३ लोगों ने ठुकरा दिया था, लेकिन इसके बावजूद भी वे हार नहीं मानीं और न ही उन्होंने अपना आइडिया चेंज किया।
दिल्ली IIT से बीटेक की डिग्री लेने के बाद रुचि ने इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस से MBA किया और 8 साल तक मैकेंजी जैसी मल्टीनेशनल कंपनी में काम किया। इसके बाद रुचि ने अपना स्टार्टअप शुरू करने का प्लान बनाया और उनके पति आशीष ने उनका पूरा साथ दिया। अब रुचि को बस निवेशक की जरूरत थी। वह अपना बिजनेस आइडिया लेकर एक निवेशक से दूसरे निवेशक तक भटकती रहीं। हर कोई उनके आइडिया को बेकार बताकर खारिज कर दे रहा था। लेकिन, रुचि को खुद पर भरोसा था और बस एक निवेशक की तलाश थी।
इस तरह रूचि ने से 73 लोगों को अपना आइडिया सुनाया, लेकिन सभी ने खारिज कर दिया। आखिर उन्हें एक निवेशक मिल गया और साल 2015 में उन्होंने ‘बीटूबी प्लेटफॉर्म ऑफबिजनेस’ नाम से एक स्टार्टअप शुरू किया। यह प्लेटफॉर्म इंडस्ट्रीज को कच्चे माल की सप्लाई करता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि महज 9 साल के भीतर इस कंपनी का वैल्यूएशन 44 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है।
आपको बता दें , रुचि कालरा की दोनों कंपनियों की आज कुल मार्केट वैल्यू करीब 52 हजार करोड़ रुपये है। इतना ही नहीं खुद रुचि की नेटवर्थ भी साल 2022 में 2600 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी थी। रुचि की सफलता बताती है कि अगर विजन क्लीयर हो और खुद पर भरोसा हो तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं है।