पीरियड्स(PERIODS) में सभी महिलाएं पैड्स का इस्तेमाल करती हैं लेकिन क्या आप ये जानती हैं कि ये सैनिटरी पैड प्लास्टिक से बना होता है। जिसको पूरी तरह डीकंपोज होने में 500 साल से भी ज्यादा लग सकते हैं। वहीं, लंबे समय तक जो महिलाएं सैनिटरी पैड्स का उपयोग करती हैं उन महिलाओं को कई हेल्थ और स्किन प्रॉब्लम्स भी हो सकते हैं। जैसे कि वजायनल माइक्रोफ्लोरा बैलेंस का बिगड़ना, यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, स्किन रैशेज, जेनाइटल ट्रैक्ट इंफेक्शन। तो चलिए आज हम आपको उन विकल्पों के बारें में बताते हैं जिन्हें आप पीरियड्स के समय पैड्स की जगह इस्तेमाल कर सकते हैं।
टैम्पोन
टैम्पोन पीरियड्स(PERIODS) के दौरान हाइजीन को बनाए रखता है। हालांकि, यह भी सैनिटरी पैड्स की तरह इको-फ्रेंडली नहीं होता है, लेकिन इससे स्किन प्रॉब्लम्स से छुटकारा मिल सकता है। वहीं, यह इस्तेमाल में काफी आसान होता है।
मेंस्ट्रुअल डिस्क
महिलाएं मेंस्ट्रुअल डिस्क भी पीरियड्स में इस्तेमाल कर सकती हैं। मेंस्ट्रुअल डिस्क भी मेंस्ट्रुअल कप की तरह इंसर्ट की जाती है। यह 12 घंटे तक इस्तेमाल की जा सकती है। अब बाजार में री-यूजेबल मेंस्ट्रुअल डिस्क भी उपलब्ध है।

मेंस्ट्रुअल कप
मेंस्ट्रुअल कप को भी टैम्पोन की तरह वजायना में इंसर्ट किया जाता है। सैनिटरी पैड्स और टैम्पोन के मुकाबले ये ज्यादा लॉन्ग लास्टिंग होता है। वहीं, महिलाएं सैनिटरी पैड के इस विकल्प को 3 से 5 साल तक उपयोग कर सकती हैं। जिसकी वजह से इसे भी इको-फ्रेंडली की लिस्ट में रखा जाता है।

स्पॉन्ज
बहुत कम महिलाएं इसके बारे में जानती होगीं। मेंस्ट्रुअल स्पॉन्ज को सी-स्पॉन्ज भी कहते हैं, क्योंकि इसे समुद्र से निकाला जाता है। यह पूरी तरह नैचुरल है, जिसे 6 महीने तक री-यूज कर सकते है। इसकी अब्जोर्प्शन कैपासिटी काफी अच्छी होती है। यह इको-फ्रेंडली होने के साथ ही स्किन फ्रेंडली भी होता है।

क्लॉथ पैड्स
क्लॉथ पैड्स खास तरह से तैयार किया जाता है.. आप इसे धोकर दोबारा इस्तेमाल कर सकती हैं। वहीं, यह कपड़े और कॉटन से बनाया जाता है जो कि इसे इको-फ्रेंडली बनाता है। इसे बनाने में सैनिटरी पैड्स की तरह अन्य टॉक्सिक चीजों का इस्तेमाल नहीं होता हैं और इससे स्किन और हेल्थ प्रॉब्लम्स का खतरा भी खत्म हो जाता है।

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