जब भी भारतीय फैशन की बात होती है, तो एक नाम अवश्य सामने आता है — अनीता डोंगरे। फैशन डिजाइनिंग की दुनिया में अपनी मेहनत, लगन और दूरदर्शिता से अनीता ने न केवल एक सशक्त ब्रांड खड़ा किया, बल्कि भारतीय पारंपरिक हस्तशिल्प को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाई।
शुरुआत – सपनों की सिलाई दो सिलाई मशीनों से
मुंबई में जन्मी और पली-बढ़ी अनीता डोंगरे को फैशन की प्रेरणा अपनी मां से मिली, जो खुद एक दक्ष सिलाई करने वाली थीं। साथ ही, जयपुर की यात्रा ने उन्हें राजस्थानी शिल्प, रंगों और कढ़ाई से जोड़ दिया। उन्होंने SNDT महिला विश्वविद्यालय से फैशन डिजाइनिंग की पढ़ाई की और अपने सपनों को आकार देना शुरू किया। महज दो सिलाई मशीनों और एक छोटे से अपार्टमेंट से शुरुआत करने वाली अनीता ने 1995 में AND नाम से एक ब्रांड लॉन्च किया, जो उस दौर में महिलाओं के लिए स्टाइलिश ऑफिस वियर लेकर आया — एक ऐसा कांसेप्ट जो भारत में काफी नया था।
फैशन हाउस : House of Anita Dongre (HOAD)
समय के साथ, अनीता ने अपने ब्रांड को विस्तार देते हुए एक मजबूत फैशन हाउस की नींव रखी, जिसे आज दुनिया जानती है “House of Anita Dongre” (HOAD) के नाम से। इसके तहत उन्होंने कई उप-ब्रांड्स लॉन्च किए, जो विभिन्न फैशन ज़रूरतों को पूरा करते हैं:
AND – वेस्टर्न फॉर्मल और कैजुअल वियर
Global Desi – देसी फ्लेवर के साथ हर दिन पहनने योग्य एथनिक वियर
Anita Dongre Bridal Couture – शानदार दुल्हन और दूल्हे के कपड़े
Pink City – पारंपरिक हस्तनिर्मित ज्वेलरी
Grassroot – टिकाऊ फैशन और कारीगरी को बढ़ावा देने वाला ब्रांड
संघर्ष और सफलता की कहानी
अनीता का सफर बिल्कुल भी आसान नहीं था। उन्होंने कई बार परिवार और खुद खुदरा व्यापारियों को अपनी सोच के लिए राज़ी करने में कठिनाइयाँ झेली। लेकिन उनकी दृढ़ नीयत और स्पष्ट विज़न ने उन्हें कभी पीछे नहीं हटने दिया। उनकी मेहनत का परिणाम यह है कि आज HOAD में 2,500+ कर्मचारी कार्यरत हैं और 270+ स्टोर भारत भर में मौजूद हैं। उनका टर्नओवर ₹800 करोड़ (लगभग $130 मिलियन) से भी अधिक है।
अंतरराष्ट्रीय पहचान और विस्तार
अनीता डोंगरे भारत की पहली डिजाइनर बनीं, जिन्होंने न्यूयॉर्क के SoHo में अपना स्टोर खोला — एक उपलब्धि जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के फैशन की पहुंच को दर्शाती है। अब उनका अगला कदम है दुबई में विस्तार करना।
सस्टेनेबिलिटी और महिला सशक्तिकरण की प्रतीक
अनीता का काम केवल फैशन तक सीमित नहीं है। वे महिला सशक्तिकरण की समर्थक हैं और अपने ब्रांड “Grassroot” के ज़रिए ग्रामीण महिलाओं को रोज़गार और सम्मान दिला रही हैं। वे सस्टेनेबल फैशन की वकालत करती हैं और यह सुनिश्चित करती हैं कि उनकी डिज़ाइनों में न केवल शिल्प की सुंदरता हो, बल्कि समाज के लिए एक सकारात्मक संदेश भी हो।
एक विचार, एक आंदोलन
अनीता डोंगरे सिर्फ एक फैशन डिजाइनर नहीं, बल्कि एक विचार, एक आंदोलन हैं – जो परंपरा और आधुनिकता, सौंदर्य और स्थायित्व, सफलता और समाज सेवा के बीच सेतु बनाकर खड़ी हैं। उन्होंने न केवल कपड़े डिज़ाइन किए, बल्कि लाखों महिलाओं के जीवन को भी खूबसूरती से गढ़ा है।