सपना देखना बहुत आसान होता है लेकिन सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत करना वो उतनी ही मुश्किल होती है। लेकिन इस बात को गलत साबित किया है उत्तराखंड की मेजर शशि मेहता ने जिन्होंने साल 2025 में आयोजित बॉर्डरमेन बीएसएफ मैराथन में रजत पदक जीता।
बॉर्डरमेन बीएसएफ मैराथन 2025 में पाई जीत
मेजर शशि मेहता अपनी काबिलियत के लिए बखूबी जानी जाती है। हाल ही में उन्होंने संपन्न हुए बॉर्डरमेन बीएसएफ मैराथन 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक अपने नाम किया। यह प्रतिष्ठित मैराथन, जो सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) द्वारा आयोजित की जाती है, देश के विभिन्न हिस्सों से आए धावकों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है।
मेजर मेहता, जो अपनी कर्तव्यनिष्ठा और अनुशासन के लिए जाने जाते हैं, ने इस मैराथन में अपनी शारीरिक क्षमता और दृढ़ संकल्प का शानदार प्रदर्शन किया। इस दौड़ में उन्होंने दूसरा स्थान हासिल कर न केवल अपने परिवार और दोस्तों, बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित किया।
पति ने किया सपोर्ट
वहीं उनकी इस जीत में सबसे बड़ा योगदान शशि मेहता के पति मनीष का रहा है। उन्होंने पत्नी के जज्बे को देखते हुए अपनी नौकरी छोड़ दी थी। आपको बता दें कि मनीष मर्चेंट नेवी में ऑफिसर रहे हैं, जो अब घर के साथ बच्चों को संभालते हैं, जिससे शशि के सामने कोई दिक्कत न आए। जानकारी के मुताबिक मेजर शशि मेहता उत्तराखंड के हल्द्वानी की रहने वाली है। मौजूदा वक्त में शशि देहरादून में रहती है। उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा हल्द्वानी के एमबीपीजी कॉलेज से हासिल की है।