Khelo India Para Games 2025:पंजाब की हरमनप्रीत ने रचा इतिहास, जीता स्वर्ण पदक

Date:

पंजाब की बेटी, जसप्रीत कौर ने खेलो इंडिया पैरा गेम्स (KIPG) 2025 में 45 किग्रा पावरलिफ्टिंग वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। यह उपलब्धि न केवल उनके लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और संघर्ष से यह सम्मान प्राप्त किया। इस जीत के साथ ही जसप्रीत कौर ने देश की पावरलिफ्टिंग टीम को नई ऊँचाईयों तक पहुँचाया है।

जसप्रीत कौर का प्रेरणादायक सफर
पंजाब के छोटे से गांव से आने वाली जसप्रीत कौर ने अपनी मेहनत और समर्पण से यह साबित कर दिया कि अगर इरादे मजबूत हों, तो किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है। उनके इस सफर में कई चुनौतियाँ आईं, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। अपनी क्षमता और मानसिक दृढ़ता से उन्होंने हर मुश्किल को पार किया और अंततः खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2025 में स्वर्ण पदक जीतने में सफलता प्राप्त की।

एक ऐतिहासिक मील का पत्थर
खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2025 में हिस्सा लेकर जसप्रीत ने न केवल अपने व्यक्तिगत खेल को ऊँचाइयों तक पहुँचाया, बल्कि उन्होंने पावरलिफ्टिंग के क्षेत्र में भारत की ताकत को भी साबित किया। यह आयोजन देश के पैरा-खिलाड़ियों को एक मंच पर लाकर उनके खेल को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है, और जसप्रीत की जीत ने इस प्रयास को और भी सार्थक बना दिया।

पावरलिफ्टिंग में स्वर्ण पदक की महत्वता
पावरलिफ्टिंग एक ऐसा खेल है, जिसमें शारीरिक ताकत, मानसिक दृढ़ता, और अनुशासन की अत्यधिक आवश्यकता होती है। जसप्रीत कौर ने 45 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर यह सिद्ध कर दिया कि वे इन सभी पहलुओं में माहिर हैं। उनके प्रदर्शन ने न केवल पावरलिफ्टिंग के प्रति लोगों की रुचि को बढ़ाया है, बल्कि अन्य पैरा-खिलाड़ियों के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत बन गई है।

जसप्रीत की प्रेरणा और भविष्य के लक्ष्य
जसप्रीत कौर का यह इतिहास रचने वाला प्रदर्शन उनके समर्पण, कठिनाईयों से जूझने और अपने लक्ष्यों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने हमेशा यह माना है कि “कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास से कोई भी मुरझाया हुआ सपना फिर से चमक सकता है।” अब उनका अगला लक्ष्य है अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन करना और आगामी प्रतियोगिताओं में अपनी सफलता को और भी बढ़ाना।

जसप्रीत कौर की स्वर्ण पदक जीत केवल एक व्यक्तिगत सफलता नहीं है, बल्कि यह भारत के पैरा-खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा प्रेरणा स्रोत है। उनके इस ऐतिहासिक पल ने यह साबित कर दिया कि भारत में पावरलिफ्टिंग और पैरा खेलों का भविष्य बहुत उज्जवल है। खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2025 में स्वर्ण पदक जीतकर जसप्रीत कौर ने न केवल इतिहास रचा, बल्कि देशभर के युवाओं को यह संदेश दिया कि अगर इरादा मजबूत हो, तो कोई भी मुश्किल असंभव नहीं होती।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

Dipali Goenka: एक घरेलू महिला से लेकर वैश्विक CEO तक का प्रेरणादायक सफर

भारतीय कॉर्पोरेट जगत में यदि किसी महिला ने पारंपरिक...

World Blood Donor Day 2025: क्यों खास है यह दिन? जानें थीम, इतिहास और महत्व

हर साल 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस (World...

हर दिन एक जैसा खाना खाते हैं सेलिब्रिटीज़! जानिए आपके लिए कितना है फिट!

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में डाइट को लेकर...