आम की मिठाई जिसे खाकर मेहमान कहेंगे वाह-वाह!

Date:

गर्मियों का मौसम आते ही सबके मन में आम का खाने का इंतजार शुरु हो जाता है..वहीं मार्केट में जब आ जाते हैं तो लोगों की रसोई में अलग-अलग आम की रेसिपी बननी शुरु हो जाती हैं अभी तक आपके आम पन्ना, आम रस, आम का शेक तो खूब पिया होगा लेकिन क्या आपने कभी आम की मिठाई खाई है…सभी लोग भोजन के बाद मीठा खाना पसंद करते हैं वहीं अगर उनके पसंदीदा आम से ही कुछ मीठा बन जाए तो क्या कहने है! वहीं आज हम आपको बताएंगे कि मैंगो कलाकंद कैसे बनाई जाती है। इस मिठाई को बनाना बहुत ईजी होता है तो चलिए जानते हैं मैंगो कलाकंद बनाने की विधि।

आम कलाकंद की सामग्री

-1 लीटर दूध

-1/2 कप बिना रेशे वाले आम का पल्प

-1/2 कप चीनी

-3 टेबलस्पून नींबू का रस

-4 छोटी इलाइची

-4 बादाम

-8 पिस्ते

बनाने का तरीका-

-सबसे पहले दूध को उबाल लें। फिर इसे हल्का ठंडा होने दें।

-दूध से पनीर बनाने के लिए इसमें नींबू के रस के 2-3 चम्मच मिला लीजिए।

-दूध फट जाने पर फटे दूध को किसी पतले सूती कपड़े में बांधकर रख दीजिए।

-जब पनीर तैयार हो जाए तो उसको सादे पानी से अच्छे से धो लें। कपड़े को चारों तरफ से हाथ से दबाकर अतिरिक्त पानी निकाल दें।

-कढ़ाई में आम का पल्प और चीनी मिलाकर पकने के लिए रख दें।

-जब तक पल्प पक रहा है ड्राई फ्रूट जैसे बादाम और पिस्ते पतले-पतले काट लें। इलाइची छीलकर पाउडर बना लें।

-जब आम अच्छे से पक जाए तो उसमें पनीर डालिए और लगातार चलाते हुए पका लीजिए।

-मिक्सचर में बादाम और पिस्ते डालकर मिला दीजिए। इसे चम्मच से तब तक चलाते रहे जब तक इसकी कन्सिसटैन्सी जमने वाली न हो जाए।

-आंच बंद कर दें। मिक्सचर में इलाइची पाउडर डालकर मिला दीजिए।

-एक प्लेट में थोड़ा-सा घी डालकर चिकना कीजिए और सारा मिश्रण प्लेट में डालें।

-जैसे ही कलाकंद जम कर तैयार हो जाए, उसे मनपसंद साइज के टुकड़े में काट लीजिए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

चॉकलेट ड्रिप के साथ फल क्रीम केक

हर साल जैसे ही हमारा जन्मदिन कारीब आता है,...

सफलता की बाधाएं: महिला उद्यमियों के बारे में रोचक तथ्य

करीब पचास साल पहले अगर किसी ने महिला उद्यमी...

फलियों की कटाई के बजाय, एक दिन चॉकलेट का निर्माण प्रयोगशालाओं में बड़े पैमाने पर किया जा सकेगा

WWF की रिपोर्ट के अनुसार, कोको की फसल के कारण पश्चिम अफ्रीका, विशेषकर घाना और कोटे डी आइवर में हैरान-जनक वनों की कटाई हो रही है।