एवरेस्ट पर स्काईडाइव करने वाली पहली एशियाई, एस्ट्रोनॉट नामिरा सलीम

Date:

Namira Salim: बहुत जल्द पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की बेटी अंतरिक्ष में एक नया इतिहास रचने जा रही है. पाकिस्तान की नामिरा सलीम अपनी अंतरिक्ष की यात्रा में एक नया अध्याय लिखने को तैयार हैं।

पाकिस्तान के कराची शहर में जन्मी नामिरा सलीम की पढ़ाई कोलंबिया और हॉफस्ट्रा विश्वविद्यालय से हुई है। वो अपने परिवार के साथ मौजूदा समय में फ़्रांस में रहती हैं. वो पाकिस्तान की आधिकारिक अंतरिक्ष यात्री हैं। साल 2006 में पाकिस्तान सरकार की तरफ से उन्हें ये ख़िताब दिया गया था। इसके साथ ही साल 2007 में उन्होंने अमेरिका के नास्टर सेंटर से सब आर्बिटल स्पेस फ्लाइट की ट्रेनिंग कम्पलीट की। उन्होंने इसी साल पाकिस्तान टूरिज्म के लिए ब्रांड एम्बेसडर की भी भूमिका अदा की थी।

ये जानकारी नामिरा सलीम ने सोशल मीडिया पर शेयर की है। वो गैलेस्टिक की जिस स्पेस फ्लाइट से आसमान की सैर करने वाली है वो 5 अक्टूबर को लांच हो सकती है। इसमें नामिरा के अन्य दो अन्य अंतरिक्ष यात्री भी मौजूद होने वाले हैं। जिनमें US के रॉन रोसानो और UK के ट्रेवर बीट्टी शामिल हैं। ये अरबपति रिचर्ड ब्रैनसन की कंपनी वर्जिन गैलेक्टिक की पांचवीं और कुल नौवीं उड़ान होने वाली है। सूचना के मुताबिक, इस मिशन में नामिरा सलीम के साथ पाकिस्तान या उसकी स्पेस एजेंसी का कोई योगदान नहीं होगा. नामिरा ने स्वंय ही इसका टिकट बुक कराया है और इसके लिए 2 से 2.5 लाख डॉलर तक का भुगतान किया है।

नॉर्थ पोल और साउथ पोल पर जाने वालीं पहली पाकिस्तानी

वो पहली पाकिस्तानी महिला हैं, जो नॉर्थ पोल और साउथ पोल दोनों पर जा चुकी हैं। अप्रैल 2007  में वो नॉर्थ पोल की यात्रा पर गई थीं। वहीं, साल जनवरी 2008 में वो साउथ पोल पर गई थीं। यहीं नहीं, वो एशिया की पहली स्काईडाइवर हैं, जिन्होंने माउंट एवरेस्ट के ऊपर स्काईडाइविंग की है। दुनिया भर में शांति की वकालत के लिए उन्हें साल 2011 में तमगा-ए-इम्तियाज़ से भी नवाज़ा गया था।

READ MORE:प्यार की खातिर जीवन भर रहीं अकेली, नहीं की शादी

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

चॉकलेट ड्रिप के साथ फल क्रीम केक

हर साल जैसे ही हमारा जन्मदिन कारीब आता है,...

सफलता की बाधाएं: महिला उद्यमियों के बारे में रोचक तथ्य

करीब पचास साल पहले अगर किसी ने महिला उद्यमी...

फलियों की कटाई के बजाय, एक दिन चॉकलेट का निर्माण प्रयोगशालाओं में बड़े पैमाने पर किया जा सकेगा

WWF की रिपोर्ट के अनुसार, कोको की फसल के कारण पश्चिम अफ्रीका, विशेषकर घाना और कोटे डी आइवर में हैरान-जनक वनों की कटाई हो रही है।