Parul Chaudhary In Asian Games: 19वां एशियन गेम्स जो चीन के हांगझोऊ में चल रहा है। जिसमें देश की बेटियों ने बड़ा नाम बनाया है इन्हीं में से एक पारुल चौधरी जिन्होंने गोल्ड और सिल्वर दोनो ही मेडल जीतकर भारत में एक अलग पहचान बनाई हैं. इस खेल में तूफ़ान मचाने वाली पारुल ने अपनी जबरदस्त परफॉरमेंस से बड़े मंच पर भारत को गौरवान्वित किया। 28 साल की पारुल ने 5,000 मीटर दौड़ में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। परिस्थितियां उनके विपरीत होने के बावजूद अंतिम सेकंड में वो 20-25 मीटर शेष रहते हुए अपनी स्पीड में तेजी लाने में सफल रही और 15:14.75 के समय के साथ जापान की रिरिका हिरोनका को पछाड़कर टॉप पर पहुंच गईं।

उत्तर प्रदेश की पारुल के पिता कृष्णपाल मेरठ के पास दौराला क्षेत्र के एकमात्र गांव में किसान हैं और उनकी मां राजेश देवी एक गृहणी है। उनके चार भाई-बहन हैं और वो अपने भाई बहनों में तीसरे नंबर पर हैं। पारुल ने साल 2011 में अपने स्कूल में 800 मीटर रेस में भाग लिया था और इस दौरान वो नंगे पैर भागी थीं। इसके बाद उन्होंने 1500 मीटर में और फिर बाद में 3000 मीटर और 5000 मीटर में स्विच करने का निर्णय किया। उन्होंने 5000 मीटर और 3000 मीटर स्टीपलचेज़ पर ध्यान केंद्रित किया और अब दोनों श्रेणियों में अपनी अलग पहचान बनाई है।

पारुल के लिए 2023 अब तक गोल्डन ईयर साबित हुआ है, क्योंकि उन्होंने महिलाओं के 3000 मीटर स्टीपलचेज़ में सिल्वर मेडल हासिल किया था। उन्होंने हाल ही में बुडापेस्ट में खेले गए वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के 3000 मीटर स्टीपलचेज के फ़ाइनल में भी दमदार प्रदर्शन किया था। इसके साथ ही बैंकॉक में हुए एशियन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भी उन्होंने येलो मेडल अपने नाम किया था।
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