प्रेग्नेंसी में एसिडिटी और कब्ज की समस्या: जानें कारण और आसान घरेलू उपाय

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गर्भावस्था के दौरान शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव महिलाओं के लिए कई तरह की चुनौतियां लेकर आते हैं। इन्हीं में से एक आम लेकिन तकलीफदेह समस्या है—एसिडिटी और कब्ज। कई बार यह स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है कि प्रेग्नेंट महिलाएं 3–4 दिन तक शौच नहीं जा पातीं, जिससे पेट भारी लगने लगता है, गैस बनने लगती है और चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है।

गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर लीना सिंह बताती हैं कि गर्भावस्था के दौरान बढ़े हुए प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के कारण पाचन क्रिया धीमी पड़ जाती है, जिससे गैस और कब्ज की समस्या होना स्वाभाविक है। साथ ही, आयरन सप्लीमेंट्स भी इस समस्या को बढ़ा सकते हैं।

प्रेग्नेंसी में क्यों होती है एसिडिटी और कब्ज?
प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का असर

प्रेग्नेंसी में शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन की मात्रा बढ़ जाती है, जो पाचन प्रक्रिया को धीमा कर देता है। इससे भोजन देर से पचता है और गैस व एसिडिटी बनने लगती है।

आयरन की गोलियां
गर्भवती महिलाओं को आयरन की टैबलेट्स दी जाती हैं, जो कब्ज की एक आम वजह हैं।

शारीरिक गतिविधि में कमी
थकान और भारीपन की वजह से प्रेग्नेंट महिलाएं कम चल-फिर पाती हैं, जिससे पाचन तंत्र सुस्त हो जाता है।

कम फाइबर युक्त आहार
अगर भोजन में फाइबर की मात्रा कम हो तो मल सख्त हो जाता है और कब्ज हो सकती है।

पानी की कमी
पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने से भी शरीर में डिहाइड्रेशन होता है, जिससे आंतों की गति धीमी हो जाती है।

गर्भावस्था के दौरान एसिडिटी और कब्ज से राहत पाने के इजी टिप्स

पानी का भरपूर सेवन करें
रोजाना कम से कम 8–10 गिलास पानी पीना पाचन को सुचारु बनाए रखता है और कब्ज से राहत देता है।

फाइबर से भरपूर आहार लें
डाइट में चुकंदर, हरी पत्तेदार सब्जियां, सलाद, ओट्स और दलिया जैसी चीजें शामिल करें। ये पाचन में सहायक होती हैं।

हल्की एक्सरसाइज और टहलना
रोजाना कम से कम 20–30 मिनट की हल्की वॉक या योगासन करने से आंतों की गति ठीक बनी रहती है।

आम का सीमित सेवन करें
आम विटामिन ए और सी का अच्छा स्रोत है, जो बच्चे की ग्रोथ के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन इसे सीमित मात्रा (आधा आम प्रति दिन) में ही खाएं, वरना यह भी कब्ज और उल्टी की वजह बन सकता है।

ध्यान देने योग्य बातें
गर्मियों में शरीर का तापमान बढ़ा हुआ होता है, इसलिए ठंडे पेय पदार्थों और बहुत अधिक मसालेदार खाने से बचें।

खाने के तुरंत बाद लेटना नहीं चाहिए, इससे एसिडिटी बढ़ सकती है।

छोटे-छोटे अंतराल पर भोजन करें, एक साथ अधिक मात्रा में खाने से बचें।

संपूर्ण गर्भावस्था को आरामदायक बनाएगा

गर्भावस्था में कब्ज और एसिडिटी एक आम समस्या है, लेकिन थोड़े से प्रयास और जीवनशैली में सुधार से इससे बचा जा सकता है। पर्याप्त पानी पीना, संतुलित और फाइबरयुक्त भोजन लेना, और रोज़ हल्की फिजिकल एक्टिविटी करना न केवल आपको इस परेशानी से बचाएगा, बल्कि संपूर्ण गर्भावस्था को आरामदायक बनाएगा।

नोट : इस लेख में दी गई जानकारियां किसी चिकित्सा परामर्श का विकल्प नहीं हैं। किसी भी समस्या की स्थिति में डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

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