ऊपर वाला जब भी देता, देता झप्पड़ फाड़ के..इस कहावत के बारे में हम सब ने कभी न कभी जरूर सुन रखा है लेकिन ये कहावत सच साबित हुई है जौनपुर जिले की मड़ियाहूं तहसील के महमदपुर अजोशी गांव में जहां तीन सगी बहनों—खुशबू चौहान, कविता चौहान और सोनाली चौहान ने उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2025 में एक साथ सफलता हासिल कर अपने परिवार और जिले का नाम रोशन किया है। इन बहनों की मेहनत और लगन की यह कहानी हर किसी के लिए प्रेरणा बन गई है।
तीनों बहनें अलग अलग क्षेत्र में है निपुण
तीनों बहनों ने न सिर्फ पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, बल्कि खेल के क्षेत्र में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। खुशबू चौहान खो-खो की खिलाड़ी हैं और वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर की ओर से अखिल भारतीय स्तर पर प्रतियोगिता में हिस्सा ले चुकी हैं। कविता चौहान ने उत्तर प्रदेश की कबड्डी टीम का प्रतिनिधित्व किया है, जबकि सोनाली चौहान एक बेहतरीन धाविका हैं और राष्ट्रीय स्तर पर क्रॉस कंट्री रेस में भाग ले चुकी हैं। खेलों से मिली शारीरिक चुस्ती और अनुशासन ने उनकी पुलिस भर्ती की तैयारी में अहम भूमिका निभाई।
किसानी कर तीनों बेटियों को पढ़ाया
इनके पिता स्वतंत्र कुमार चौहान, जो एक साधारण किसान हैं और स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय इंद्रपाल चौहान के पुत्र हैं, ने अपनी बेटियों के सपनों को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास किया। आर्थिक तंगी के बावजूद उन्होंने अपनी जमीन तक बेच दी, ताकि बेटियों को पढ़ाई और तैयारी के लिए संसाधन मिल सकें। उनकी मेहनत तब रंग लाई, जब 13 मार्च 2025 को घोषित यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती के अंतिम परिणाम में तीनों बहनों का चयन हुआ।
जौनपुर पुलिस अधीक्षक ने दी बधाई
जौनपुर पुलिस अधीक्षक ने भी इन बहनों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि उनकी नियुक्ति से पुलिस बल को मजबूती मिलेगी। यह उपलब्धि न सिर्फ इन बहनों के लिए, बल्कि पूरे जिले की बेटियों के लिए एक मिसाल बन गई है। खुशबू, कविता और सोनाली की यह कहानी साबित करती है कि मेहनत, लगन और परिवार का साथ हो तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।