PLANT NUTRITIONS : पौधों का विकस तभी सही से हो पता है , जब उसको भरपूर मात्रा में न्यूट्रिएंट्स मिले। इसी में एक जिंक नाम का माइक्रोन्यूट्रिएंट्स है , जो पौधों के लिए बेहद जरूरी होता है। जिंक के कारण पौधो की ग्रोथ काफी अच्छी तरह से होती है। दरअसल जब पौधों में जिंक की कमी हो जाती है तो सबसे ज्यादा असर उसकी ग्रोथ पर पड़ता है। तो ऐसे में आइए जानते है कि आखिर जिंक के सामन्य लक्षण कैसे होते है ?

1…………अगर आपके पौधे में ज़िंक के लक्षण है, तो आप सबसे पहले ये जांच ले कि कही आपके पौधे में पीलापन तो नहीं है। जब प्लांट में जिंक की कमी होती है तो इससे इंटरवेनल क्लोरोसिस होता है। इस स्थिति में पत्तियों की वेन्स के बीच का टिश्यू पीला हो जाता है, जबकि वेन्स हरी रहती हैं।

2………. पौधों में यदि देर से फूल आते है , तो इसकी बड़ी वजह जिंक की कमी हो सकती है। दरअसल इस कमी के कारण पौधों में रिप्रोडक्टिव ऑर्गन के निर्माण में समस्या आने लगती है।
3…. प्लांट में अगर जिंक की कमी होती हैं तो उसकी जड़ का विकास सही तरह से नहीं हो पाता है। इतना ही नहीं जिंक की कमी के कारण पौधे में मिट्टी से पानी और पोषक तत्व लेने की क्षमता भी कम हो जाती है।

4…….. अगर आपके पौधों की पत्तियां लगातार गिर रही हैं ,तो इसके पीछे का कारण उसमें जिंक की कमी हो सकती है।
5……. पौधों के अन्य हिस्सों में यदि डिस्कलरेशन दिखाई देने लगे , तो इसका सीधा मतलब है जिंक से। दरअसल ज़िंक की कमी होने से पौधे के अन्य हिस्से जैसे तनों व डंठलों का रंग भी बदल सकता है।