बच्चे अक्सर खाने-पीने में बहुत नखरे करते हैं ऐसे में हम उन्हें कुछ भी खिलाएं तो अलग अलग बहाने बना कर निकल जाते है तो काफी भाग-दौड़ के बाद थोड़ा बहुत खाकर आधे पेट रह जाते है और इस तरह उनके शरीर में पोषण की कमी रह जाती है…ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे ट्रिक्स बताएंगे जिन्हें अपनाकर आप कोई भी पौष्टिक भोजन बच्चे को खिला सकते हैं।
नट और सीड बटर
वैसे तो ये बेक करके सबसे बढ़िया होते हैं, लेकिन टोस्ट या राइस पर पैनकेक टॉपिंग्स की तरह, या इनसे डिप्स और ड्रेसिंग बनाया जाएं, तो भी काफ़ी टेस्टी लगते हैं।

चिकन स्टॉक
बोन ब्रोथ के लिए आप चिकन स्टॉक को खिचड़ी, प्यूरी, सॉस और सूप में पानी की जगह उपयोग कर सकते है और साधारण खाने को भी पौष्टिक और हेल्दी बना सकते हैं।

अंडे
अंडे फ्राइड राइस, नूडल्स, अवाकाडो टोस्ट, ट्यूना सैलड में पोषण ऐड करने का काम करते है। इन्हें आप अपने चीला, डोसा, पैनकेक बैटर और कस्टर्ड में भी मिलाकर खा सकते हैं।

फ्लैक्ससीड पाउडर
इसे चपाती के आटे में डाला जा सकता है, बिना अंडे के बेकिंग के लिए अंडे की जगह इस्तेमाल किया जा सकता है, बैटर में मिलाया जा सकता है, ब्रेड क्रंब्स, म्यूस्ली और फ्रूट टॉपिंग की तरह भी खा सकते हैं।

सुपरफूड्स
स्पिरुलिना, मोरिंगा (सहजन), माका रूट पाउडर, बी पॉलेन, आंवला पाउडर। इन्हें जूस, स्मूदी, थेपला के आटे और सूप में मिलाया जा सकता है।

ड्राइड फ्रूट्स और बेरीज़
ड्राई फ्रूट इंस्टेंट एनर्जी का काफ़ी अच्छा स्रोत माने जाते हैं, इनका सेवन चिया पुडिंग्स, ओट्स, रागी दलिया, स्नैक्स और स्मूदीज़ में डालकर किया जाता है।

नारियल
नारियल सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है ताज़ें नारियल को सलाद, कोशिम्बिर, करी वाली सब्जी, फ्रूट्स पर ऊपर से गार्निस कर सकते हैं। हॉट चॉकलेट और स्मूदीज़ में दूध की जगह कोकोनट मिल्क का उपयोग कर सकते हैं। इसके साथ ही, कोकोनट क्रीम एक टेस्टी स्नैक है और अगर आप चाहे तो सूखा नारियल लड्डू और बाक़ी मिठाइयों में मिलाकर खा सकते हैं।
